मत्स्य उद्योग

मत्स्य अथवा मत्स्यन उद्योग अथवा मछली उद्योग (fishing industry) में वो सभी उद्योग आते हैं जिनमें मछली या सम्बंधित उत्पादों का पालन संशाधन, संरक्षण, संग्रहण, परिवहन अथवा बिक्री होती है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन इसकी परिभाषा में मनोविनोदात्मक, निर्वाह एवं वाणिज्यिक मछली पकड़ने के साथ-साथ मछली की पैदावार, प्रसंस्करण और विपणन क्षेत्रों को शामिल करता है।[1] वाणिज्यिक गतिविधि का उदेश्य मानव उपभोग के लिए मछली और अन्य समुद्री खाद्य उत्पादों की पूर्ति या अन्य औद्योगिक प्रक्रियाओं में निवेशी कारक के रूप में होता है। विकासशील देशों में 50 करोड़ से अधिक लोगों की आजीविका प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मत्स्य पालन से जुड़े हैं।[2]
मत्स्य उद्योग पर्यावरण और कल्याणकारी समस्याओं से जूझ रहा है जिसमें अत्यधिक मछली पकड़ना और व्यावसायिक सुरक्षा शामिल हैं।[3] इसके अतिरिक्त जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता हानि और अधिक मछली पकड़ना संयुक्त रूप से वैश्विक जनसंख्या के बड़े हिस्से की आजीविका और खाद्य सुरक्षा पर दवाब डालता है।[4] जवीक रूप से टिकाऊ स्तरों के भीतर मछली पकड़ने वालों की संख्या में 1974 के 90% से घटकर 2021 में 62.3% रह गया।
समाज और संस्कृति
[संपादित करें]मत्स्य उद्योग से सम्बंधित समस्याओं को सम्बोधित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र संघ की चर्चाओं में शामिल रहा है। सस्टेनेबल डेवल्पमेंट गोल 14 के लक्ष्य 14.4 के अनुसार इन समस्याओं को 2020 तक प्रभावी रूप से विनियमित करने का निर्णय लिया गया था।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ FAO Fisheries Section: Glossary: Fishing industry. Retrieved 28 May 2008.
- ↑ Fisheries and Aquaculture in our Changing Climate Policy brief of the FAO for the UNFCCC COP-15 in Copenhagen, December 2009.
- ↑ Grant, Tavia (27 October 2017). "Sea Change". theglobeandmail.com. The Globe and Mail. अभिगमन तिथि 16 December 2021.
Despite safety gains in many other industries, fishing continues to have the highest fatality rate of any employment sector in Canada.
- ↑ "Climate Change Threatens Commercial Fishers From Maine to North Carolina". www.rutgers.edu (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-09-04.