मतीरे की राड़

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

मतीरे की राड़ एक युद्ध था जो नागौर के अमरसिंह व बीकानेर के करणसिंह मध्य 1644 ई. में लड़ा गया था। अमरसिंह हार गये थे [1][2] इस युद्ध में बीकानेर के करण सिंह ने विजय प्राप्त की।[3] VG इसका वर्णन काशी छगाड़ी द्वारा लिखा ग्रंथ छत्रपति रासो में है ।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "मतीरे की राड़" - जब एक तरबूज के लिए लड़ी गई लड़ाई और शहीद हो गए हजारो सिपाही". मूल से पुरालेखित 11 नवंबर 2017. अभिगमन तिथि 29 अप्रैल 2022.सीएस1 रखरखाव: BOT: original-url status unknown (link)
  2. "मतीरे की राड़: जब महज एक तरबूज के लिए दो रियासतों में हुई थी खूनी लड़ाई, मारे गए थे हजारों सैनिक". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2021-07-24.
  3. "मतीरे की राड़" - जब एक तरबूज के लिए लड़ी गई लड़ाई और शहीद हो गए हजारो सिपाही - Rajasthan Khabre". Dailyhunt (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-07-24.