यह हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार कुबेरनाथ राय की जन्म भूमि और पुण्य भूमि दोनों है। इस गाँव का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में विशेष योगदान रहा है। 'कामधेनु' 'तरुण भारत' जैसे राष्ट्रवादी पत्रों के सम्पादक और प्रसिद्ध स्वातंत्र्य योद्धा पंडित बटुक देव शर्मा का जन्म भी यहीं हुआ था।
↑"(no title)". blog.goggle.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 3 मार्च 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-04-19.