भैषज्य रत्नावली

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भैषज्य रत्नावली, आयुर्वेद का एक ग्रन्थ है। इसके रचयिता गोविन्ददास हैं। इसकी रचना कब और कहाँ हुई, यह ठीक-ठीक पता नहीं है। किन्तु इसका सबसे पहला यान्त्रिक प्रकाशन कोलकाता से १८७७ में हुआ। उनके वंशज विनोद लाल सेन ने इसका प्रकाशन कराया। यह भारत के उत्तरी भागों ((विशेषकर बंगाल) में प्रचलित है।

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