भारत के संरक्षित जैवमंडल
भारत सरकार ने देश भर में 18 बायोस्फीयर संरक्षित क्षेत्र स्थापित किए हैं।[1] ये बायोस्फीयर भंडार भौगोलिक रूप से जीव जंतुओं के प्राकृतिक भू-भाग की रक्षा करते हैं और अकसर आर्थिक उपयोगों के लिए स्थापित बफर जोनों के साथ एक या ज्यादा राष्ट्रीय उद्यान और अभ्यारण्य को संरक्षित रखने का काम करते हैं। संरक्षण न केवल संरक्षित क्षेत्र के वनस्पतियों और जीवों के लिए दिया जाता है, बल्कि इन क्षेत्रों में रहने वाले मानव समुदायों को भी दिया जाता है।
भारत ने २००९ में हिमाचल प्रदेश के शीत-रेगिस्तान को बीओस्फियर रिजर्व के रूप में नामित किया। २० सितंबर, २०१० को, पर्यावरण और वन मंत्रालय ने शशचलम पहाड़ियों को १७ वीं जीवमंडल आरक्षण के रूप में नामित किया। पन्ना (मध्य प्रदेश) को २५ अगस्त, २०११ को १८ वें स्थान पर नामित किया गया।
सूची[संपादित करें]
वर्ष | नाम | राज्य | क्षेत्रफल (वर्ग कि.मी. में) | |
---|---|---|---|---|
1 | 1986 | नीलगिरि जैवमंडलीय आरक्षित क्षेत्र | तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक | 5520 |
2 | 1988 | नन्दा देवी राष्ट्रीय उद्यान एवं बायोस्फीयर रिजर्व | उत्तराखंड | 5860 |
3 | 1989 | मन्नार की खाड़ी | तमिलनाडु | 10500 |
4 | 1988 | नोकरेक | मेघालय | 820 |
5 | 1989 | सुन्दरवन | पश्चिम बंगाल | 9630 |
6 | 1989 | मानस | असम | 2837 |
7 | 1994 | सिमलिपाल | उड़ीसा | 4374 |
8 | 1998 | दिहांग-दिबांग | अरुणाचल प्रदेश | 5112 |
9 | 1999 | पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश | 4926.28 |
10 | 2005 | अचनकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ | 3835 |
11 | 2008 | कच्छ का रण | गुजरात | 12454 |
12 | 2009 | कोल्ड डेज़र्ट | हिमाचल प्रदेश | 7770 |
13 | 2000 | कंचनजंघा | सिक्किम | 2620 |
14 | 2001 | अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व | केरल, तमिलनाडु | 3500.08 |
15 | 1989 | बड़ा निकोबार जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्र | अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह | 885 |
16 | 1997 | डिब्रू-सैखोवा | असम | 765 |
17 | 2010 | शेषचलम पहाड़ियाँ | आंध्र प्रदेश | 4755 |
18 | 2011 | पन्ना राष्ट्रीय उद्यान | मध्य प्रदेश | 2998.98 |
विश्व नेटवर्क[संपादित करें]
यूनेस्को के मानव और संरक्षित जैवमंडल (MAB) कार्यक्रम(1972) सूची के आधार पर भारत के अठारह जीवमंडल संरक्षित क्षेत्रों में से 12 संरक्षित जैवमंडलों के विश्व नेटवर्क का भाग हैं।
नाम | राज्य | वर्ष |
---|---|---|
नीलगिरि संरक्षित जैविक क्षेत्र | तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक | 2000 |
मन्नार की खाड़ी | तमिलनाडु | 2001 |
सुन्दरवन जैवमंडल रिजर्व | पश्चिम बंगाल | 2001 |
नन्दा देवी जैवमंडल रिजर्व | उत्तराखंड | 2004 |
नोकरेक जैवमंडल रिजर्व | मेघालय | 2009 |
पचमढ़ी बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश | 2009 |
सिमलिपाल जैवमंडल रिजर्व | उड़ीसा | 2009 |
बड़ा निकोबार जैवमण्डल रिजर्व | बड़ा निकोबार | 2013 |
अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फीयर रिजर्व | मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ | 2012 |
अगस्त्यमलाई बायोस्फीयर रिजर्व | तमिलनाडु और केरल | 2016[3] |
कंचनजंघा | सिक्किम | 2018 |
पन्ना बायोस्फेयर रिजर्व | मध्यप्रदेश | 2020 |
संभावित बायोस्फीय स्थल[संपादित करें]
वन और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा चयनित बायोस्फीयर रिजर्व के लिए संभावित साइटों की सूची निम्नलिखित है।
- अबुजमढ़, छत्तीसगढ़
- अण्डमान और निकोबार, उत्तरी द्वीप समूह
- चिंतपल्ली, विशाखापत्तनम आंध्र प्रदेश
- कान्हा, मध्य प्रदेश
- कोवलम, केरल
- लक्षद्वीप द्वीप समूह, लक्षद्वीप
- कच्छ का छोटा रण, गुजरात
- फौंगपुई (ब्लू माउंटेन), मिजोरम
- नमदाफा, अरुणाचल प्रदेश
- सिंहभूम
- तवांग और वेस्ट कामेंग, अरुणाचल प्रदेश
- थार रेगिस्तान, राजस्थान
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "जैवमंडल रिजर्वों की सूची" (PDF). पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार. मूल (PDF) से 17 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 मई 2017.
- ↑ UNESCO "20 new Biosphere Reserves added to UNESCO’s Man and the Biosphere (MAB) Programme" (२० नए जैवमंडल रिजर्व यूनेस्को के मानव और संरक्षित जैवमंडल (MAB) कार्यक्रम में जोड़े गए) [अंग्रेजी में] Archived 2017-05-12 at the Wayback Machine, ११ जुलाई २०१२
- ↑ "20 new Biosphere Reserves added" (२० नए जैवमंडल रिजर्व जुड़े [अंग्रेजी में] Archived 2019-01-02 at the Wayback Machine, १९ मार्च २०१६
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
- भारतीय वन्यजीव संस्थान
- by komal mandia