इस जीवनी लेख में सत्यापन हेतु अतिरिक्त सन्दर्भों की आवश्यकता है। कृपया विश्वसनीय स्रोत जोड़कर इस लेख को बेहतर बनाने में मदद करें। जीवित व्यक्तियों के बारे में विवादास्पक सामग्री जो स्रोतहीन है या जिसका स्रोत विवादित है तुरंत हटाई जानी चाहिये, खासकर यदि वह मानहानिकारक अथवा नुकसानदेह हो।(जनवरी 2017)
इस लेख का परिचय अपर्याप्त संदर्भ प्रदान करता है उन लोगों के लिए जो इस विषय के साथ अपरिचित हैं। लेख को बेहतर बनाने में मदद करे अच्छी परिचयात्मक शैली से। (जनवरी 2017)
इस लेख में विश्वसनीय तृतीय पक्ष प्रकाशित सामग्री से संदर्भ की आवश्यकता है। प्राथमिक स्रोत या विषय से संबद्ध स्रोत आम तौर पर विकिपीडिया लेख के लिये पर्याप्त नहीं होते। कृपया विश्वसनीय स्रोतों से उचित उद्धरण जोड़ें।
भानु प्रताप सिंह का जन्म ग्राम-सोहना,तहसील-इटवा वर्तमान जिला-सिद्धार्थनगर(समकालीन जिला बस्ती) था।
भानु प्रताप सिंह,भारत के उत्तर प्रदेश की तीसरी विधानसभा सभा में विधायक रहे। 1962 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले(वर्तमान में सिद्धार्थनगर) के 178 - डोमरियागंज (उत्तर) विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से स्वतंत्र पार्टी की ओर से चुनाव में भाग लिया। <ref>उत्तर प्रदेश विधान सभा</r।तदोपंरत उन्हें जनता दल की सरकार द्वारा राज्यसभा भी भेजा गया।वो सरकार में कैबिनेट मंत्री (कृषि,खाद्य एवं सिंचाई मंत्रालय) भी रहे।कुछ समय उपरांत उन्हें कर्नाटक राज्य का प्रथम व्यक्ति अर्थात राज्यपाल भी नियुक्त किया गया।अपने क्षेत्र में ये "भानु बाबू" नाम से प्रचलित है