भक्ति बर्वे
| भक्ति बर्वे | |
|---|---|
| जन्म |
10 सितम्बर 1948 सांगली, बॉम्बे प्रांत, भारत |
| मौत |
12 फ़रवरी 2001 (उम्र 52 वर्ष) भटण, महाराष्ट्र, भारत |
| जीवनसाथी | शफ़ी ईनामदार |
भक्ति बर्वे (10 सितंबर 1948 – 12 फ़रवरी 2001) एक भारतीय रंगमंच, फ़िल्म और टेलीविज़न अभिनेत्री थीं। उन्होंने मराठी, हिंदी और गुजराती में अभिनय किया। भक्ति बर्वे को सबसे अधिक प्रसिद्धि मराठी नाटक ती फुलराणी और कुँदन शाह की कॉमेडी फिल्म जाने भी दो यारो (1983) में उनके अभिनय से मिली, जिसमें उन्होंने नसीरुद्दीन शाह, सतीश शाह और रवि वासवानी के साथ काम किया।[1]
व्यक्तिगत जीवन
[संपादित करें]भक्ति बर्वे का जन्म सांगली, महाराष्ट्र में हुआ। स्कूल के समय उन्होंने सुदा कर्मरकर के बच्चों के नाट्य समूहों में भाग लिया। वह अभिनेता शफ़ी ईनामदार की पत्नी थीं, जिनका 1996 में निधन हो गया।
कैरियर
[संपादित करें]भक्ति ने अपना कैरियर सुदा कर्मरकर के लिटिल थिएटर से शुरू किया। उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो बॉम्बे में उद्घोषिका और बॉम्बे दूरदर्शन पर समाचार पाठक के रूप में भी काम किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सप्ताहिकी की प्रस्तुति भी की। दूरदर्शन पर रहते हुए उन्होंने बहिनाबाई चौधरी के रूप में टेलीफ़िल्म बहीनाबाई में अभिनय किया।
उन्होंने अजब न्याय वर्तुळाचा (1973), सी.टी. खानोलकर द्वारा ब्रेख्ट के Caucasian Chalk Circle का रूपांतरण, मोहन राकेश का आधे-अधूरे, ती फुलराणी (1975), पी.एल. देशपांडे द्वारा पिग्मेलियन और जेम्स लेर्नर का माय फेयर लेडी जैसी नाट्य प्रस्तुतियों में प्रदर्शन किया। उन्हें हैंड्स-अप! (1982) और रंग माझा वेगळा (1991) जैसी सुपर हिट मराठी स्टेज नाटकों के लिए भी सराहा गया।
उन्होंने कई टीवी धारावाहिकों और नाटकों के साथ-साथ हिन्दी फ़िल्मों में भी काम किया। प्रमुख फ़िल्में हैं जाने भी दो यारो (1983 और गोविंद निहलानी की हज़ार चौरासी की माँ (1998)। भक्ति बर्वे अखिल भारतीय मराठी नाट्य सम्मेलन की अध्यक्ष भी थीं।[2]
मृत्यु
[संपादित करें]भक्ति ने 11 फरवरी 2001 को वाय में पू ल फुलराणी आणि मी का एकल अभिनय प्रस्तुत किया। अगले दिन सुबह 02:45 बजे, मुम्बई लौटते समय उनकी कार मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर भटण सुरंग में दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उनकी मृत्यु हो गई।[3][4]
पुरस्कार
[संपादित करें]भक्ति बर्वे को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1990) से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, उन्हें महाराष्ट्र गौरव पुरस्कार और अभिनय पुरस्कार भी प्राप्त हुए।[5] 2001 में भारतीय टेली अवार्ड्स में उनकी योगदान के लिए उन्हें मरणोपरांत पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
फ़िल्मोग्राफ़ी
[संपादित करें]| वर्ष | फ़िल्म/सीरीज़ | भूमिका | टिप्पणी |
|---|---|---|---|
| 1983 | जाने भी दो यारो | – | हिंदी फ़िल्म |
| 1998 | हज़ार चौरासी की माँ | – | हिंदी फ़िल्म |
| – | जन्नत टाल्कीस | – | हिंदी फ़िल्म |
| – | रिश्ते | – | टीवी सीरीज़, एपिसोड 68, सीज़न 3 |
| – | घरकुल | – | मराठी/हिंदी नाटक आधारित |
नाट्य प्रस्तुतियाँ
[संपादित करें]| वर्ष | नाटक | भूमिका | टिप्पणी |
|---|---|---|---|
| 1973 | अजब न्याय वर्तुळाचा | – | सी.टी.खानोलकर द्वारा ब्रेख्ट के नाटक का रूपांतरण |
| 1975 | ती फुलराणी | – | प्रमुख मराठी नाटक |
| – | आधे अधूरे | – | मोहन राकेश का नाटक |
| – | आई रिटायर होते आहोत | – | मराठी नाटक |
| 1982 | हैंड्स अप | – | सुपर हिट मराठी स्टेज प्ले |
| 1991 | रंग माझा वेगळा | – | सुपर हिट मराठी स्टेज प्ले |
| – | थैंक यू मिस्टर ग्लैड | – | मराठी नाटक |
| – | गांधी विरुद्ध गांधी | – | मराठी नाटक |
| – | अखेरचा सवाल | – | मराठी नाटक |
| – | डबल गेम | – | मराठी नाटक |
| – | किमयागर | – | मराठी नाटक |
| – | डांबा द्वीपचा मुकाबला | – | मराठी नाटक |
| – | नाग मंडल | – | मराठी नाटक |
| – | बेबी | – | मराठी नाटक |
संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ The Oxford Companion to Indian Theatre, Ananda Lal, Oxford University Press, 2004, पृष्ठ 37. ISBN 0-19-564446-8
- ↑ Bhave award for Karmarkar Indian Express, 6 November 1998.
- ↑ TV, stage actress Bhakti Barve dies in car accident Indiantelevision, 12 February 2001.
- ↑ The petite dame takes her final bow Indian Express, 13 February 2001.
- ↑ Bhakti Barve Inamdar 1990 Archived 3 मार्च 2016 at the वेबैक मशीन Sangeet Natak Akademi Award