मिश्रित प्रणाली शिक्षा

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मिश्रित प्रणाली शिक्षा या ब्लेंडेड शिक्षा एक औपचारिक शिक्षा कार्यक्रम हैं जिसमे विद्यार्थी पाठ्यक्रम का एक भाग कक्षा में पूरा करता हैं और दूसरा भाग डिजिटल एवं ऑनलाइन संसाधानो का प्रयोग करके सिद्ध करता हैं। ब्लेंडेड शिक्षा में समय, जगह, विधि तथा गति का नियंत्रण विद्यार्थी के हाथ में है।[1][2][3] ब्लेंडेड शिक्षा में ईंट और चुने से बने विद्यालय में पढ़ाये गये पाठ के साथ कंप्यूटर समर्थित विद्या का मिश्रण होता है।[4]

ब्लेंडेड शिक्षा के समर्थकों का कहना है कि यह कार्यक्रम द्वारा डेटा संग्रह तथा व्यक्तिगत अनुदेश एवं मूल्यांकन का लाभ मिलता है।[5]

शब्दावली[संपादित करें]

अन्वेषण साहित्य में ब्लेंडेड शिक्षा को प्रौद्योगिक समर्थित विद्या, वेब-वर्धित शिक्षा और मिश्रित प्रणाली शिक्षा भी कहा जाता है।[6] ब्लेंडेड शिक्षा का विचार बहुत सालों से है लेकिन इसका संकल्प इक्कीसवीं सदी के शुरूवात में ज़्यादा प्रचलित हुआ है। ब्लेंडेड शिक्षा की सही परिभाषा, सन 2006 में बॉंक तथा ग्राहम के द्वारा लिखी पुस्तिका में पहली बार हुई।[7] आज, इंटरनेट एवं डिजिटल आधारित शिक्षा और कक्षा में पढ़ाये गये विद्या के मिश्रित शिक्षा कार्यक्रम को ब्लेंडेड कक्षा कहा जाता है।[1]

एतिहासिक मूल[संपादित करें]

प्रौद्योगिक शिक्षा सन 1960 में पारंपरिक कक्षा विद्या के विकल्प में उभरा। एक अध्यापक सिर्फ कुछ ही लोगो को पढ़ा सकता था। मेनफ्रेम तथा मिनी-कंप्यूटर को प्रयोग करते इस पद्धति का मुख्य लाभ था कि यह बहुत सारे लोगों को पढ़ा सकता था।[8]

प्रकार[संपादित करें]

हालांकि ब्लेंडेड शिक्षा की परिभाषा में पूरी सहमति नहीं है, ब्लेंडेड शिक्षा के विशिष्ट तरीकों का सुझाव कयि विद्वानों और शोधकर्ताओं ने दिया है। ब्लेंडेड शिक्षा को छह प्रकार में वर्गीकृत किया गया है।[9]

  • रु बरु संचालन - जिसमे अध्यापक अपना उपदेश डिजिटल उपकरणों द्वारा करते हैं। [10]
  • नियमित आवर्तन - जिसमे विद्यार्थी नियत परिसंख्या का अनुसरण करके इंटरनेट पर स्वय-अध्ययन और कक्षा के रु-बरु संचालन द्वारा पढ़ता है। [11][12]
  • फ्लेक्स - जिसमे विद्यार्थी लगभग अपनी पूरा अध्ययन इंटरनेट तथा डिजिटल संसाधन का प्रयोग करके पूरा करता है। अध्यापक यहाँ सिर्फ़ योगदान और परामर्श देता है। [13]
  • प्रयोगशाला - जिसमे विद्यार्थी लगभग अपनी पूरा अध्ययन एक समान स्थान में इंटरनेट तथा डिजिटल संसाधन का प्रयोग करके पूरा करता है। [14]
  • स्वतः ब्लेंड - जिसमे विद्यार्थी खुद कि प्रेरणा से अपनी पाठ्यक्रम को ऑनलाइन साधनों द्वारा दुबारा दोहराता है। [15]
  • ऑनलाइन संचालन - जिसमे पूरा पाठ्यक्रम ऑनलाइन साधनों द्वारा पढ़ाया जाता है। [16]

गुण[संपादित करें]

केवल ऑनलाइन शिक्षा या केवल कक्षा में पदाए गये पाठ से ब्लेंडेड शिक्षा का प्रभाव अधिक माना जाता है। [17] ब्लेंडेड शिक्षा के समर्थकों का मानना है कि "अतुल्यकालिक इंटरनेट संचार टेक्नालजी" को उच्च्तर अधय्यन में शामिल करने से समकालिक, स्वतंत्र तथा सहयोगी शिक्षात्मक अनुभव मिलता है। [18] इस संस्थापन का विद्यार्थियों के शिक्षात्मक रवैया, संतोष तथा सफलता में प्रमुख योगदान है। [19] सूचना प्रौद्योगिकी द्वारा अध्यापक और छात्र के बीच संचार बेहतर हो जाता है। छात्र अपनी शिक्षा की समझ का गुणात्मक तथा मात्रत्मक मूल्यांकन कंप्यूटर आधारित अंदाज़ में करते हैं। [20]

अवगुण[संपादित करें]

ब्लेंडेड शिक्षा तकनीकी साधनों पर निर्भर है। इस शिक्षा का सार्थक असर होने के लिए यह साधन विश्वसनीय और अद्यतन होने चाहिए। इनका प्रयोग आसान होना चाहिए।[18] IT literacy can serve as a significant barrier for students attempting to get access to the course materials, making the availability of high-quality technical support paramount.[19]

कहा गया है कि व्याख्यान अभिलेख तकनीक छात्रों को अक्सर पढ़ाई में पीछा छोड़ देता है। एक शोध अध्ययन में यह जानकारी पाई गयी कि चार विश्वविद्यालयों के सिर्फ़ आधे छात्र व्याख्यान के वीडियो देखते हैं। असल में 40% विद्यार्थी एक ही बार में सारे वीडियोस देखते थे।[21]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Friesen, Norm (2012). "Report:Defining Blended Learning" Archived 2015-05-01 at the वेबैक मशीन
  2. "Blended Learning: A Disruptive Innovation". Knewton. मूल से 25 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 सितंबर 2015.
  3. "Blended Learning (Staker / Horn – May 2012)" (PDF). मूल (PDF) से 16 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2013-10-24.
  4. Strauss, Valerie (22 September 2012). Three fears about blended learning Archived 2015-09-25 at the वेबैक मशीन, द वॉशिंगटन पोस्ट
  5. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  6. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  7. Bonk, C.J., & Graham, C.R. (2006). The handbook of blended learning environments: Global perspectives, local designs. San Francisco: Jossey‐Bass/Pfeiffer. p.5
  8. "संग्रहीत प्रति" (PDF). मूल (PDF) से 13 मई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 सितंबर 2015.
  9. "Friesen (2012) "Report: Defining Blended Learning"" (PDF). मूल (PDF) से 1 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 सितंबर 2015.
  10. "6 Models of Blended Learning". DreamBox. मूल से 23 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-11-25.
  11. DeNisco, Alison. "Different Faces of Blended Learning". District Administration. मूल से 23 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-11-25.
  12. Anthony Kim. "Rotational models work for any classroom". Education Elements. मूल से 28 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-06-05.
  13. "The Four Important Models of Blended Learning Teachers Should Know About". Educational Technology and Mobile Learning. अभिगमन तिथि 2014-11-25.[मृत कड़ियाँ]
  14. "Blended Learning: How Brick-and-Mortar Schools are Taking Advantage of Online Learning Options" (PDF). Connections Learning. मूल (PDF) से 12 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-11-25.
  15. "Blended Learning 101" (PDF). Aspire Public Schools. मूल (PDF) से 21 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-11-25.
  16. "6 Models of Blended Learning" (PDF). Idaho Digital Learning. मूल (PDF) से 1 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2014-11-25.
  17. "Top 5 Benefits of a Blended Learning Platform". मूल से 5 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-07-04.
  18. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  19. S. Alexander, Flexible Learning in Higher Education, In: Editors-in-Chief: Penelope Peterson, Eva Baker and Barry McGaw, Editor(s)-in-Chief, International Encyclopedia of Education (Third Edition), Elsevier, Oxford, 2010, Pages 441-447, ISBN 9780080448947, doi 10.1016/B978-0-08-044894-7.00868-X.
  20. Alexander, S., & McKenzie, J. (1998). An Evaluation of Information Technology Projects for University Learning.Canberra, Australia: Committee for University Teaching and Staff Development and the Department of Employment, Education, Training and Youth Affairs
  21. M. Gosper, D. Green, M. McNeill, R.A. Phillips, G. Preston, K. Woo, Final Report: The Impact of Web-Based Lecture Technologies on Current and Future Practices in Learning and Teaching, Australian Learning and Teaching Council, Sydney (2008) <http://mq.edu.au/ltc/altc/wblt/docs/report/ce6-22_final2.pdf Archived 2016-03-03 at the वेबैक मशीन>.