बेलारूस में इस्लाम
बेलारूस में इस्लाम की निरंतर उपस्थिति 14वीं शताब्दी में शुरू हुई। इस समय से बेलारूस में इस्लाम मुख्य रूप से लिपका टाटारों से जुड़ा था, जिनमें से कुछ मुस्लिम पोलिश-लिथुआनियाई राष्ट्रमंडल में बस गए थे। उनहोंने अपनी परंपराओं और धार्मिक विश्वासों को जारी रखा था। सोवियत संघ के आगमन के बाद कई मुसलमानों ने बेलारूस छोड़ कर अन्य देशों, विशेषकर पोलैंड के चले गये। वर्तमान में, बेलारूसी मुस्लिम समुदाय में लिपका तातार और मध्य पूर्व के हाल के अप्रवासी शामिल हैं। 2007 तक, बेलारूस में 45,000 मुसलमान हैं, जो कुल जनसंख्या का 0.5% है। [1]
इतिहास[संपादित करें]
20 वीं सदी[संपादित करें]
रूसी गृहयुद्ध और अंतर्युद्ध काल[संपादित करें]
द्वितीय विश्व युद्ध[संपादित करें]
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद[संपादित करें]
1991 से[संपादित करें]
मौजूदा स्थिति[संपादित करें]
गेलरी[संपादित करें]
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बेलारूस में तातार कब्रिस्तान।
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इस्जेस में मस्जिद
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स्मिलाविश्य में मस्जिद
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मिन्स्क में मस्जिद (1962 में नष्ट)
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मिन्स्क में मस्जिद (2016 में निर्मित)
यह भी देखें[संपादित करें]
- बेलारूस में धर्म
- बेलारूस में धर्म की स्वतंत्रता
संदर्भ[संपादित करें]
- ↑ "BELARUS with VNESHINTOURIST Travel Agency -> MOHAMMEDANISM". 12 March 2007. मूल से 12 March 2007 को पुरालेखित.