बीसलपुर बाँध
बीसलपुर बाँध Bisalpur Dam | |
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राष्ट्र | भारत |
स्थान | देवली टोंक ज़िला, राजस्थान |
निर्देशांक | 25°55′28″N 75°27′20″E / 25.92444°N 75.45556°Eनिर्देशांक: 25°55′28″N 75°27′20″E / 25.92444°N 75.45556°E |
आरम्भ तिथि | 1999 |
निर्माण लागत | ₹556 करोड़ |
बाँध एवं उत्प्लव मार्ग | |
प्रकार | गुरुत्व बाँध |
~ऊँचाई | 39.5 मी॰ (130 फीट) |
लम्बाई | 574 मी॰ (1,883 फीट) |
उत्प्लव मार्ग क्षमता | 29,046 m3/s (1,025,750 घन फुट/सेकंड) |
जलाशय | |
कुल क्षमता | 1,100,000,000 मी3 (891,785 acre⋅ft) |
सक्रिय क्षमता | 1,040,000,000 मी3 (843,142 acre⋅ft) |
सतह क्षेत्रफ़ल | 218.36 कि॰मी2 (84 वर्ग मील) |
बीसलपुर बाँध (Bisalpur Dam) भारत के राजस्थान राज्य के टोंक ज़िले में बनास नदी पर खड़ा एक गुरुत्व बाँध है। इसका निर्माण सन् 1999 में पूर्ण हुआ था और इसका प्रयोग सिंचाई व जल प्रबन्धन के लिए होता है।[1][2] इसमें 18 गेट है
विवरण
[संपादित करें]बीसलपुर बांध का निर्माण काँक्रीट से हुआ हैं।यह बांध जयपुर, टोंक, अजमेर सहित कई शहरों की प्यास बुझाता है व सिंचाई की जरूरतों को पूरा करता है। बीसलपुर राजस्थान के टोंक जिले में स्थित एक गाँव है, और यह अपने भगवान गोकर्णेश्वर के प्राचीन मंदिर के लिए प्रसिद्द है। बनास नदी पर बनाया गया बीसलपुर बाँध बीसलपुर का दूसरा आकर्षण है जो इस गाँव को चर्चा में लाता है। यह बाँध दो चरणों में बनाया गया। पहले चरण का उद्देश्य गाँव के लोगों को पीने का पानी उपलब्ध करवाना था जबकि दूसरे चरण का उद्देश्य सिंचाई की सुविधाओं में सुधार लाना था। यह बाँध 574 मीटर लंबा और 39.5 मीटर ऊँचा है। यह देवली तहसील के अंदर आता है, जो देवली से 25 किमी की दूरी पर स्थित एक दर्शनीय स्थल है, जो बनास नदी पर स्थित है। बाँध के जलाशय के किनारे ही प्रसिद्ध बीसलदेव मन्दिर है।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Lonely Planet Rajasthan, Delhi & Agra," Michael Benanav, Abigail Blasi, Lindsay Brown, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012332
- ↑ "Berlitz Pocket Guide Rajasthan," Insight Guides, Apa Publications (UK) Limited, 2019, ISBN 9781785731990