सामग्री पर जाएँ

बांग्लादेश के मुख्य न्यायाधीश

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
मुख्य न्यायाधीश, बांग्लादेश
लोगो
पदस्थ
उबैयदुल हासान

२६ सितम्बर २०२३ से
शैलीमाननीय
आवासढाका,  बांग्लादेश
नियुक्तिकर्ताबांग्लादेश के राष्ट्रपति
उद्घाटक धारकअबु सादत मुहम्मद सयम
गठन१९७२
वेबसाइटsupremecourt.gov.bd

बांग्लादेश के मुख्या न्यायाधीश या प्रधान विचारपति(बांग्ला: বাংলাদেশের প্রধান বিচারপতি ), बांग्लादेश का सर्वोच्च न्यायिक पद है। वे देश की न्यायिक प्रणाली के प्रमुख एवं बांग्लादेश की उच्चतम न्यायालय के प्रमुख होते हैं। वे सर्वोच्च न्यायालय के तमाम न्यायाधीशों के प्रमुख होने के साथ साथ, बांग्लादेश की पूरी न्यायिक व्यवस्थापिका एवं तमाम अधिनस्त न्यायालयों के भी प्रमुख होते हैं। उन्हें बांग्लादेश के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है। परम्परानुसार, सर्वोच्च अदालत के वरिष्ठताम् पदस्थ न्यायाधीश पर यह पद निहित किया जाता है।

सर्वोच्च न्यायालय के मुखिया होने के नाते वे, न्यायलय के कार्यों में अहम् भूमिका निभाते हैं। न्यायाधीशों की नियुक्ति तथा पदोन्नति एवं न्यायलय के अन्य प्रशासनिक कार्यों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उच्च न्यायालय विभाग के अस्थायी न्यायाधीशों की नियुक्ति तथा उनकी स्थायी रूप से नियुक्ति एवं उच्च न्यायालय विभाग से अपीलीय विभाग में पदोन्नति, राष्ट्रपति द्वारा, मुख्यन्यायाधीश की सलाह पर होता है। वे बांग्लादेश की सर्वोच्च न्यायालय के अपीलीय विभाग में मुकदमों की सुनवाई के लिए बैठते हैं।

पद के कर्तव्य तथा नियुक्ति

[संपादित करें]
बांग्लादेश
की राजनीति और सरकार

पर एक श्रेणी का भाग

बांग्लादेशी संविधान के अनुछेद ९५ की पहली धारा के अनुसार मुख्या न्यायाधीश की नियुक्ति बांग्लादेश के राष्ट्रपति द्वारा होती है। इस सन्दर्भ में, परंपरागत रूप से, सामान्यतः सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठताम् न्यायाधीश को इस पद पर नियुक्त किया जाता है। तथा, अनुछेद ९७ के अनुसार, यदि मुख्या न्यायाधीश, अस्वस्थता, अनुपस्थिति या किसी अन्य अक्षमता के कारण अपने पद का निर्वाह करने में अस्थायी रूप से असफल होते हैं तो राष्ट्रपति उनके स्थान पर, अस्थायी तौर पर अगले वरिष्ठ न्यायाधीश को नियुक्त कर सकते हैं।

वे मुकदमों की सुनवाई के लिए अपीलीय विभाग में बैठते है। इसके अतिरिक्त, वे अदालती प्रशासन, तथा आचार से सम्बंधित बैठकों की अध्यक्षता भी करते हैं। तथा, अदालत की कार्रवाई एवं कार्यप्रक्रिया से सम्बंधित सारे नियमों तथा विधानों, जिनमें कम्पनीज एक्ट, 1994 जैसे वैधायिक अधिनियम शामिल है, की समीक्षा तथा स्वीकृति सम्बंधित बैठकों की भी अध्यक्षता करते हैं। एवं वे उच्च न्यायालय के न्यायपीठों का भी गठन करते हैं।

पद का इतिहास

[संपादित करें]

मुख्या न्यायाधीश के पद को बांग्लादेश के संविधान के भाग ६ के अध्याय १ के अनुछेद ९५ द्वारा स्थापित किया गया था, टेथिस पद से सम्बंधित न्यायिक कार्य व कर्त्तव्य, कथित भाग के अनुछेद ९५, ९६, ९७ व १०० में, दिया गया है। इस पद पर विराजमान होने वाले पहले पदाधिकारी न्यायमूर्ति अब सादात मोहम्मह खान सयम थे, जोकि १६ दिसंबर १९७२ से नवंबर १९७५ तक इस पद पर रहे थे। तत्पश्चात, जनवरी २०१५ तक इस पद पर कुल २१ लोग विराजमान हो चुके हैं। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश सुरेन्द्र कुमार सिन्हा इस पद पर १७ जनवरी २०१५ विराजमान हैं। वे हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं, तथा बिष्णुप्रिय मणिपुरी समुदाय से आते हैं, तथा वे बांग्लादेश में किसी भी अल्पसंख्यक जातीय समूहों से नियुक्त पहली मुख्य न्यायाधीश है। न्यायमूर्ति भावनी प्रसाद सिन्हा भी एक ही समुदाय से हैं। न्यायमूर्ति महौदय नाज़मन आरा सुल्ताना इस पद को सुशोभित करने वाली पहली महिला न्यायाधीश थीं, और मैडम जस्टिस कृष्णा देबनाथ बांग्लादेश की पहली महिला हिंदू न्यायाधीश है। वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में छह महिला न्यायाधीशों रहे हैं।

उल्लेहनीय यह भी है कि सर्वोच्च न्यायालय को १९७६ के सैन्य शासन के आदेश द्वारा द्विभाजित कर दो भिन्न अदालतों, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय के रूप में पुनर्गठित कर दिया गया था। इस बीच तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश, सैयद ए बी महमूद हुसैन ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्यन्यायाधीश के पद पर बने रहे, जबकि न्यायमूर्ति रुहुल इस्लाम को उच्च न्यायालय के मुख्या न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था। इस व्यवस्था को १९७७ के सैन्य शासन के आदेश तक वितत रखा गया था, एवं उक्त न्यायमूर्तिगण अपने सम्बंधित पदों पर बने रहे थे।

पदाधिकारियों की सूची

[संपादित करें]
क्रमांक नाम कार्याकाल अवधि
(दिन)
नियुक्तिकर्ता राष्ट्रपति
1 अबू सादात मोहम्मद सयम 16 दिसंबर 1972 5 नवंबर 1975 1054 अबू सईद चौधरी
2 सैयद ए बी महमूद हुसैन 18 नवंबर 1975 31 जनवरी 1978 805 अबू सादात मोहम्मद सयम
3 कमालुद्दीन हुसैन 1 फरवरी 1978 11 अप्रैल 1982 1530 जियाउर रहमान
4 ऍफ़ के ऍम मुनीम 12 अप्रैल 1982 30 नवंबर 1989 2789 अहसानुद्दीन चौधरी
5 बद्रुल हैदर चौधरी 1 दिसंबर 1989 1 जनवरी 1990 31 हुसैन मुहम्मद इरशाद
6 शहाबुद्दीन अहमद 14 जनवरी 1990 31 जनवरी 1995 1843
7 मुहम्मद हबीबुर रहमान 1 फरवरी 1995 30 अप्रैल 1995 88 अब्दुर रहमान बिस्वास
8 ए टी ऍम अफजल 1 मई 1995 31 मई 1999 1491
9 मुस्तफा कमाल 1 जून 1999 31 दिसंबर 1999 213 शहाबुद्दीन अहमद
10 लतीफुर रहमान 1 जनवरी 2000 28 फरवरी 2001 424
1 1 महमूदुल अमीन चौधरी 1 मार्च 2001 17 जून का वर्ष 2002 473
12 मणिउर रजा चौधरी 18 जून का वर्ष 2002 22 जून 2003 369 बद्रुद्दोज़ा चौधरी
13 खंडकार महमूद हसन 23 जून 2003 26 जनवरी वर्ष 2004 217 इयाजुद्दीन अहमद
14 सैयद रहीम जिल्लुर मुदस्सर हुसैन 27 जनवरी वर्ष 2004 28 फरवरी 2007 1128
15 मोहम्मद रुहुल अमीन 1 मार्च 2007 31 मई 2008 457
16 एम एम रुहुल अमीन 1 जून 2008 22 दिसंबर 2009 569
17 मोहम्मद तफ़ज़्ज़ुल इस्लाम 23 दिसंबर 2009 7 फरवरी 2010 46 जिल्लुर रहमान
18 मोहम्मद फज़लुल करीम 8 फरवरी 2010 30 सितंबर 2010 234
19 ए बी ऍम खैरुल हक 1 अक्टूबर 2010 17 मई 2011 228
20 मोहम्मद मुज़म्मिल हुसैन 18 मई 2011 16 जनवरी, 2015 1339
21 सुरेंद्र कुमार सिन्हा 17 जनवरी, 2015 11 नवंबर 2017 (इस्तीफा दे दिया) 800 अब्दुल हमीद
22 मोहम्मद अब्दुल वहाब मियां (कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश) 12 नवंबर 2017 02 फ़रवरी 2018 (इस्तीफा दे दिया) 80
23 सैयद महमूद हुसैन 3 फ़रवरी 2018 2 फ़रवरी 2021 साँचा:60+
24 हुसैन 3 फ़रवरी 2021 25 सितम्बर 2023 साँचा:60+
25 उबैयदुल हासान 26 सितम्बर 2023 पदस्थ साँचा:60+

इन्हें भी देखें

[संपादित करें]

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  • "Chief Justice". banglapedia.org. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2016.

बाहरी कड़ियाँ

[संपादित करें]