बन्सो
बन्सो[1] | |
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एराग्रास्टिस सिलियनेन्सिस बन्सो | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | वनस्पति |
अश्रेणीत: | सपुश्पक |
अश्रेणीत: | मॉनॉकाट्स् |
अश्रेणीत: | कोमोलिनिड्स् |
गण: | पोअलेस |
कुल: | पोआशे |
उपकुल: | क्लोरिडोयिडे |
वंश समूह: | एराग्रास्टिडे |
वंश: | एराग्रास्टिस नथानियेल माथ्यूस वान वुल्फ |
चीनी घास या बन्सो घास परिवार का पौधा है।[2]
लैटिन नाम
[संपादित करें]इराग्रोस्टिस युनिओलोइड्स
मिलने की जगह
[संपादित करें]ये एक वर्शीक पौधा है। इसका ये अल्पकालिक, सीधा पौधा है। यह धान के किनारे,झरने, गन्दी जगहो, एवम रुके हुए पानी के किनारे पाया जाता है।
पत्ते
[संपादित करें]इसके पत्ते ३०-१० सेमी लम्बा और २-५ मी मी चौडा होता है।
जड
[संपादित करें]इसकी जड झबडी होती है।
फूल
[संपादित करें]इसके फूल आरोही क्रम मे सजे होते है।खुला पुस्प गुछ, अन्डाकार, 5-12 से०मी० लम्बा,2-96 से०मी० चौडा, छोटी बाले एकन्त और 2-10 से०मी० चौडा डन्ठल पाया जाता है, जिसपर फूलो का जमाव होता है।
उपयोग
[संपादित करें]चूकि यह एक घास है, इसका उपयोग चारे के रूप मे किया जाता है॥यह हरित खाद के रूप मे भी उपयोगी है।
भौगोलिक दशा
[संपादित करें]ये हर जगह पया जाता है। ये विशेश्तह भारत,स्रीलन्का,अफ्रिका [पश्च्मि उस्नकरटिबन्धिय,पस्छिम मध्य और पश्च्मि भारतीय सागर],आसट्रेलिआ,बांलादेश,ब्राज़ील,चीन,मिस्र,इन्डोनेशिआ,मलेशिआ,म्यन्मार,नेपाल,साउदी अरब,ताइवान,अमेरिका,वियेतनाम इत्यादि।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ चीनी घास पर भारतजैवविविधता वेब्साईट टिप्पणी
- ↑ "ऐयूसीएन". मूल से 25 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 अगस्त 2015.