बड़ोग
बड़ोग Barog | |
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पर्वतीय नगर | |
कालका शिमला रेलवे पर बड़ोग स्टेशन | |
निर्देशांक: 30°53′24″N 77°04′55″E / 30.890°N 77.082°Eनिर्देशांक: 30°53′24″N 77°04′55″E / 30.890°N 77.082°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | हिमाचल प्रदेश |
ज़िला | सोलन ज़िला |
ऊँचाई | 1,860 मी (6,100 फीट) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 638 |
भाषा | |
• प्रचलित | पहाड़ी, हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 174101 |
दूरभाष कोड | 91-1792 |
वाहन पंजीकरण | HP-14 |
बड़ोग (Barog) भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के सोलन ज़िले में स्थित एक बस्ती है। यह यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल कालका शिमला रेलवे का एक स्टेशन है। पहाड़ों में स्थित बड़ोग, चंडीगढ़-शिमला राजमार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग 5) पर चंडीगढ़ से 60 किमी दूर है।[1][2]
इतिहास
[संपादित करें]बड़ोग 20वीं सदी की शुरुआत में कालका शिमला रेलवे के निर्माण के दौरान बसाया गया एक नगर है। नगर का नाम एक इंजीनियर के नाम पर रखा गया है, जिसने 1903 में रेलवे लाइन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कर्नल बरोग (हिन्दी में बड़ोग) एक ब्रिटिश रेलवे इंजीनियर थे, जो पहाड़ों में रेलवे के लिए सुरंग बनाने का काम करते थे। बरोग ने सुरंग बनाने में गलती कर दी, जिससे वजह से दोनो तरफ से बनने वाली सुरंग कभी मिल ही नहीं पाई। उस समय ब्रिटिश सरकार द्वारा उन पर एक रुपये का जुर्माना लगाया गया था। बड़ोग से यह अपमान सहन नहीं हुआ और बड़ोग ने आत्महत्या कर ली। बाद में उन्हें एक अधूरी सुरंग के पास दफना दिया गया। इस स्थान को बाद में बड़ोग के नाम से जाना गया।[3]
बाद में इस मार्ग पर एक और सुरंग बनाई गई। कलकत्ता-शिमला रोड के तत्कालीन मुख्य अभियंता एच.एस. हैरिंगटन द्वारा निर्मित, यह सुरंग मार्ग की सबसे लंबी सुरंग है। रेलगाडी इस सुरंग में 25 किमी / घंटा की गति से चलती है और आमतौर पर यह सुरंग 2.5 मिनट में पार करती है।[3]
भूगोल
[संपादित करें]बड़ोग 30°53′24″N 77°4′55″E / 30.89000°N 77.08194°E पर स्थित है, यह चंडीगढ़ से 60 किमी और हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से 65 किमी की दूरी पर स्थित है। 2003 तक, चंडीगढ़ को शिमला से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 5 बड़ोग से होकर गुजरता था। 6 दिसंबर 2003 को, राजमार्ग के नए खंड का उद्घाटन किया गया जो कुमारहट्टी गांव को सीधे सोलन से जोड़ता है, जिसके कारण अब बिना बड़ोग आए शिमला जाया जा सकता है। यह कुमारहट्टी से बड़ोग की खड़ी चढ़ाई से बचने के लिए किया गया था। बड़ोग समुद्र तल से 1560 मी की ऊँचाई पर स्थित है, इसका तापमान गर्मियों में 23 से 10°से और सर्दियों में 15 से 5°से के बीच रहता है। गर्मियां अप्रैल से जुलाई और सर्दियां नवंबर से फरवरी तक रहती हैं।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Himachal Pradesh, Development Report, State Development Report Series, Planning Commission of India, Academic Foundation, 2005, ISBN 9788171884452
- ↑ "Himachal Pradesh District Factbook," RK Thukral, Datanet India Pvt Ltd, 2017, ISBN 9789380590448
- ↑ अ आ "History of Barog in The Tribune".