फाँसी से आत्महत्या

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
एक महिला एक ऐसे आदमी को खोज निकालती है जो अपनी बालकनी से आत्महत्या कर चुका है।

फाँसी से आत्महत्या का अर्थ फाँसी लगाकर किसी व्यक्ति का अपना जीवन समाप्त करना। अन्य कई माध्यमों में ज़हर लेकर आत्महत्या करना, ऊँचाई से कूदना, हाथ की नस काट लेना आदि शामिल हैं।

भारत के सबसे स्वच्छ माने जाने शहर इंदौर में एक अंदाज़े के मुताबिक़ हर माह लगभग 30 से 35 लोग आत्महत्या करते हैं। इनमें से 85 प्रतिशत लोग फांसी का फंदा चुनते हैं, जबकि बाकी अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि सबसे अधिक लोग फांसी क्यों लगाते हैं। कुछ सालों से शहर में आत्महत्या की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं। कोई जहर खाकर तो कोई खुद को जिंदा जलाकर जान दे देता है। कुछ बिल्डिंग से कूद जाते हैं तो कुछ हाथ की नस काट लेते हैं, लेकिन सबसे अधिक लोग फांसी लगाते हैं।[1]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]