प्लांक इकाई
कण भौतिकी और ब्रह्मांडिकी में प्लांक इकाई (Planck units) चार भौतिक नियतांकों c, G, ħ और kB (नीचे और वर्णित) के पदों में परिभाषित मापन प्रणाली है। इन सभी स्थिरांकों का प्लांक इकाई में मान 1 (इकाई) होता है। ये भौतिकी में उपयोग की जाने वाली एक प्राकृतिक इकाई प्रणाली है अर्थात् इन्हें चयन की हुई वस्तु के मूलरूप के स्थान पर प्रकृति (विशेष रूप से मुक्ताकाश) के गुणधर्म से परिभाषित किया गया है। इस इकाई का सुझाव सबसे पहले जर्मन वैज्ञानिक मैक्स प्लांक ने सन् 1899 में रखा था[1] जो क्वांटम गुरुत्वाकर्षण जैसे एकीकृत सिद्धांतों पर शोध में प्रासंगिक है।[2]
प्लांक पैमाना (Planck scale) शब्द का तात्पर्य दिक्, काल, ऊर्जा और अन्य राशियों के लिए किया जाता है जो सम्बंधित प्लांक इकाई के परिमाण के समरूप हो। इसके मापन की परास कण की ऊर्जा लगभग 1019 GeV (गीगा इलेक्ट्रॉनवोल्ट) या 109 J (जूल), समयांतराल लगभग 5×१०−44 s और लम्बाई लगभग 10−35 कोटि (लगभग क्रमशः ऊर्जा के तुल्य प्लांक द्रव्यमान, प्लांक समय और प्लांक लम्बाई) की हो। प्लांक पैमाने पर मानक मॉडल, क्वांटम क्षेत्र सिद्धान्त और सामान्य आपेक्षिकता की प्रागुक्तियाँ लागू नहीं होती तथा क्वांटम गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव प्रभावी होने चाहिए। इसके उदाहरण के लिए लगभग 13.8 अरब वर्ष पहले के महाविस्फोट सिद्धान्त के पहले 10−43 सेकण्ड के बाद की स्थिति को प्रस्तुत करना है।
परिभाषा के अनुसार चार सार्वत्रिक नियतांक संख्यात्मक मान इकाई रखते हैं:
- c, निर्वात में प्रकाश का वेग,
- G, गुरुत्वीय स्थिरांक,
- ħ, न्यूनीकृत प्लांक स्थिरांक और
- kB, बोल्ट्समान नियतांक।
प्लांक स्थिरांक से जुड़ी कुछ और बातें:
- प्लैंक स्थिरांक, विद्युत चुंबकीय विकिरणों के क्वांटम को दर्शाता है।
- प्लैंक स्थिरांक को परिभाषित करने वाले समीकरण को प्लैंक-आइंस्टीन संबंध कहा जाता है।
- प्लैंक स्थिरांक, समीकरण में के रूप में दिखता है।
- इस समीकरण में प्रकाश के प्रत्येक पैकेट की ऊर्जा है और प्रकाश की आवृत्ति है।
- प्लैंक स्थिरांक से जुड़े सिद्धांत को प्लैंक का क्वांटम सिद्धांत कहा जाता है।[3]
परिभाषा
[संपादित करें]प्लांक इकाइयाँ प्रकाश का वेग (c), प्लांक स्थिरांक (ℏ), गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक (G), बोल्ट्ज़मान स्थिरांक (k), और एलेक्ट्रिक चार्ज का परिमाण (e) के मूलभूत मानों पर आधारित हैं।
आधारभूत प्लांक इकाइयाँ
[संपादित करें]प्लांक इकाइयों में पांच मुख्य इकाइयाँ शामिल हैं:
नाम | आयाम | मूल्य (SI इकाइयाँ) |
---|---|---|
प्लांक लंबाई | लंबाई (L) | 1.616255 (18) ×10−35 मीटर |
प्लैंक मास | द्रव्यमान (M) | 2.176434(24)×10−8 किग्रा |
प्लैंक टाइम | समय (T) | 5.391247 (60) ×10−44 एस |
प्लैंक तापमान | तापमान (Θ) | 1.416784(16)×1032 के |
उपयोगिता
[संपादित करें]प्लांक इकाइयों का उपयोग भौतिकी के कई क्षेत्रों में किया जाता है, विशेष रूप से जहां गुरुत्वाकर्षण और क्वांटम भौतिकी का संयोजन होता है।
- ब्लैक होल और बिग बैंग के अध्ययन में।
- क्वांटम गुरुत्वाकर्षण के मॉडल में।
- स्ट्रिंग थ्योरी और लूप क्वांटम ग्रैविटी में।
विशेषताएँ
[संपादित करें]- प्लांक इकाइयाँ सभी भौतिक स्थिरांकों को 1 के रूप में प्रस्तुत करती हैं, जिससे समीकरण सरल हो जाते हैं।
- इनका उपयोग सैद्धांतिक भौतिकी में मापन की सार्वभौमिकता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।
इतिहास
[संपादित करें]प्लांक इकाइयों की अवधारणा मैक्स प्लांक ने 1899 में प्रस्तुत की थी। उन्होंने इसे "प्राकृतिक इकाइयाँ" कहा, क्योंकि ये केवल प्रकृति के बुनियादी स्थिरांकों पर आधारित हैं।
संबंधित विषय
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Definition, Units, Symbol, & Facts". Encyclopedia Britannica. 2024-12-21. अभिगमन तिथि 2025-01-25.
- ↑ "What is the Value Of Planck's Constant?". BYJUS. 2019-07-20. अभिगमन तिथि 2025-01-25.
- ↑ "Planck Units". Swinburne. अभिगमन तिथि 2025-01-25.