सामग्री पर जाएँ

प्रताप गौरव केंद्र

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
प्रताप गौरव केंद्र का विहंगम दृष्य
महाराणा प्रताप की प्रतिमा
भारतमाता की प्रतिमा

प्रताप गौरव केंद्र "राष्ट्रीय तीर्थ" एक नया दर्शनीय स्थल है जो भारतीय राज्य राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है। इसका आरम्भ वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति ने किया था, जिसका लक्ष्य यह रखा गया कि लोग महाराणा प्रताप के बारे में और मेवाड़ के बारे में ऐतिहासिक जानकारी पा सकें।[1][2][3] इसी के साथ ये आने वाले पर्यटकों को समस्त भारतवर्ष की सांस्कृतिक एकता के भी दर्शन करवाता है, जिससे उनमे भारत भक्ति की भावना पैदा हो और इसीलिये यह एक राष्ट्रीय तीर्थ है।  

यह केन्द्र विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से मेवाड़ के पूर्व साम्राज्य के प्रसिद्ध राजा महाराणा प्रताप के जीवन, वीरता और उपलब्धियों के बारे में जानकारी देता है। इसमें मेवाड़ के इतिहास को आकृतियों और प्रतिमाओं के जरिए संजोया गया है। लगभग 20 एकड़ में फैली इस जगह का चप्पा-चप्पा मेवाड़ के गौरवमयी इतिहास की गाथा कहता है। इसमें मेवाड़ और राजस्थान के शूरवीर महाराणा प्रताप से जुड़ी करीब 60चित्र और कलाकृतियां मौज़ूद है। अरावली के अत्यन्त सुरम्य पहाड़ों के बीच स्थित महाराणा प्रताप गौरव केंद्र में महाराणा प्रताप की 57 फीट उंची प्रतिमा यहां की सबसे ज्यादा शान बढ़ाती है। साथ ही यहां भारत माता का मंदिर और अखण्ड भारत के सांस्कृतिक सौंदर्य एवं गौरव के यशोगान के लिए " भारत दर्शन" के नाम से लाइट एन्ड साउंड शो दिखाया जाता है।

वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति इसका संचालन करती है। यह सम्पूर्ण प्रोजेक्ट जन- सहयोग से निर्माण किया गया है ,100 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में अब तक 60 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। मेवाड़ दीर्घा में मेवाड़ के 29 महापुरुषों की मूर्तियां लगाई गई हैं। प्रमुख रूप से बप्पा रावल, महाराणा कुंभा, महाराणा सांगा, महारानी पद्मिनी, मीराबाई, पन्नाधाय, उदयसिंह, भीलू राणा पूंजा, भामाशाह, महाराणा प्रताप आदि शामिल हैं। केंद्र के एक हिस्से में मैकेनिकल शो दिखाया जाता है, जिसमे विभिन्न प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से मेवाड़ के वीरों, सपूतों, वीरांगनाओं के त्याग, बलिदान, साहस, शौर्य, भक्ति और राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा को दर्शाया जाता है। देशभक्ति का भाव जगाने के लिए डॉक्यूमेंट्री भी तैयार की गई है।

भविष्य की योजना

[संपादित करें]
  1. राजसिंह संग्रहालय
  2. राष्ट्रीय स्फूर्ति केन्द्र
  3. भामाशाह बाजार एवं भोजन स्थल
  4. महाराणा प्रताप जल प्रदर्शन

सन्दर्भ

[संपादित करें]
  1. "Bhagwat inaugurates Maharana Pratap Gaurav Kendra in Udaipur". Thehitavada. Bharati Web Pvt. Ltd. Archived from the original on 30 नवंबर 2016. Retrieved 23 फ़रवरी 2017. {{cite web}}: Check date values in: |archive-date= (help)
  2. "Foundation stone laid for Rana Pratap centre". Timesofindia.indiatimes.com/. Bennett, Coleman & Co. Ltd. Archived from the original on 4 जनवरी 2017. Retrieved 25 May 2016.
  3. "Bhagwat inaugurates Maharana Pratap Gaurav Kendra in Udaipur". Business-standard. Business Standard Private Ltd. Archived from the original on 29 नवंबर 2016. Retrieved 29 November 2016. {{cite web}}: Check date values in: |archive-date= (help)

बाहरी कड़ियाँ

[संपादित करें]