प्रकाशमिति (खगोलिकी)

प्रकाशमिती, ग्रीक शब्द "फोटो" (प्रकाश) और "मेट्री" (माप) से बना, खगोलशास्त्र की एक तकनीक है जिसमें खगोलीय पिंडों से उत्सर्जित प्रकाश की तीव्रता या प्रवाह को मापा जाता है। इससे तारों, ग्रहों और आकाशगंगाओं की चमक का अध्ययन किया जाता है।[1]
अनुप्रयोग
[संपादित करें]प्रकाशमितीय प्रणालियों का प्रयोग अनेक व्यावहारिक कार्यों के लिए किया जाता है। जब किसी खगोलीय पिंड की दूरी ज्ञात होती है, तो उसके प्रकाशमितीय मापों को व्युत्क्रम-वर्ग नियम के साथ जोड़कर उसकी वास्तविक चमक निर्धारित की जा सकती है। वहीं, यदि उसकी चमक ज्ञात हो, तो दूरी का अनुमान लगाया जा सकता है। इसी प्रकार, ब्रॉड-बैंड या नैरो-बैंड स्पेक्ट्रोफोटोमेट्री की सहायता से किसी तारे या ग्रह का तापमान, रासायनिक संघटन और अन्य भौतिक गुण भी ज्ञात किए जाते हैं।[2] प्रकाशमिती का उपयोग परिवर्तनशील तारों, लघु ग्रहों, सक्रिय नाभिकों और महा विस्फोटक तारों के प्रकाश में होने वाले परिवर्तनों के अध्ययन में विशेष रूप से किया जाता है। इसके माध्यम से सौर मंडल से बाहर स्थित पारगमन करने वाले ग्रहों का भी पता लगाया जा सकता है। इन सूक्ष्म प्रकाशों के परिवर्तनों के विश्लेषण से खगोलशास्त्री लघु ग्रह की घूर्णन गति, तथा महा विस्फोटक तारों के उत्सर्जन जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त करते हैं, जो ब्रह्मांड की संरचना और विकास को समझने में सहायक होती हैं।
पेशेवर संगठन
[संपादित करें]पेशेवर से लेकर शौकिया तक, कई संगठन हैं जो प्रकाशमिती से आंकड़े एकत्र करते हैं और साझा करते हैं और उसे ऑनलाइन उपलब्ध कराते हैं। कुछ साइटें मुख्य रूप से अन्य शोधकर्ताओं के लिए संसाधन के रूप में आंकड़े एकत्र करती हैं (उदाहरण: ए॰ए॰वी॰एस॰ओ॰ (AAVSO) और कुछ अपने स्वयं के शोध के लिए डेटा का योगदान मांगती हैं (उदाहरण: सी॰बी॰ए॰ (CBA)
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ कासाग्रांदे, लुका; वन्देंबेर्ग, डोन ए॰ (2014). "सिंथेटिक तारकीय प्रकाशमिति विस्तृत-बैंड प्रणालियों के लिए सामान्य विचार एवं नए रूपांतरण"". रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी की मासिक सूचनाएं. 444 (1). ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस: 392–419. आर्काइव:1407.6095. बिबकोड:2014MNRAS.444..392C. डीओआई:10.1093/mnras/stu1476.
- ↑ नॉर्थ, जी॰; जेम्स, एन॰ (21 अगस्त 2014). परिवर्तनशील तारों, महाविस्फोटक तारों का अवलोकन. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस. ISBN 978-1-107-63612-5.