पूर्वी अरब
पूर्वी अरब
Bahrain अल-बहरैन (ٱلْبَحْرَيْن) | |
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अरब का ऐतिहासिक क्षेत्र | |
![]() 1745 के बहरैन मानचित्र पर पूर्वी अरब (बहरीन का ऐतिहासिक क्षेत्र) | |
अरब देश | ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
पूर्वी अरब (अरबी उच्चारण : ٱلْبَحْرَيْن , रोमानी उच्चारण : अल-बहरैन) कहा जाता है, यह एक ऐतिहासिक क्षेत्र है जो फारस की खाड़ी के तट पर फैला हुआ था। इसके मुख्य भू-भाग बसरा से लेकर खासाब के क्षेत्रों में फैला था।[1] और वर्तमान समय में बहरीन, इराक, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब (पूर्वी प्रांत) और संयुक्त अरब अमीरात के कुछ हिस्से आते हैं। की दशकों तक, इसके पूरे तटीय क्षेत्र को "बहरीन" के नाम से जाना जाता था, जो इस क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान को दर्शाता है।
एतिहासिक एवं भौगोलिक दृष्टिकोण
[संपादित करें]हाल ही तक, पूर्वी अरब का पूरा इलाका, जो शट्ट अल-अरब से लेकर ओमान के पहाड़ों तक फैला था, एक ऐसा क्षेत्र था जहाँ लोग राष्ट्रीय सीमाओं की परवाह किए बिना आपस में घूमते, बसते और विवाह करते थे। इस इलाके के लोग समुद्री यात्रा करने वाले और समुद्र पर आधारित संस्कृति साझा करने वाले थे। आजकल, यह क्षेत्र फारस की खाड़ी के अरब राज्यों का हिस्सा बन चुका है, जिनमें बहरीन, इराक, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के मुख्य भू-भाग मिल गये हैं। हालांकि, सऊदी अरब का अधिकांश भाग भौगोलिक दृष्टि से पूर्वी अरब का हिस्सा नहीं माना जाता। 7वीं शताब्दी ई॰ से पहले, पूर्वी अरब की आबादी में आंशिक रूप से ईसाई अरब, अरब जोरास्ट्रियन, यहूदी और अरामी भाषी श्रमिक समुदाय के लोग बसने लगे थे। प्राचीन बहरीन में कुछ अरामी भाषी समुदाय के अलावा और फ़ारसी भाषी समुदाय के लोग रहते थे,[2]
संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ एच॰ होल्स, क्लाइव (2001). पूर्वी अरब मकी भाषा, संस्कृति और समाज: शब्दावली{. एच॰ होल्स क्लाइव. ब्रिल. पपृ॰ XIX. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9004107630.
- ↑ सालेह, मोहम्मद हसन अब्दुल्ला (1991). "पूर्वी अरब में श्रम, राष्ट्रवाद और साम्राज्यवाद: ब्रिटेन, शेख और बहरीन, कुवैत और कतर में खाड़ी के तेल श्रमिक, 1932-1956". मोहम्मद अब्दुल्ला सालेह.