पुस्तकालय विज्ञान के पाँच सूत्र

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पुस्तकालय विज्ञान के पाँच सूत्र प्रसिद्ध पुस्तकालयविज्ञानी डॉ शियाली रामामृत रंगनाथन द्वारा प्रस्तुत सिद्धान्त हैं। उन्होंने सन् १९२८ में पुस्तकालय विज्ञान के इन पाँच नियमों का प्रतिपादन किया था-

  1. पुस्तकें उपयोग के लिए हैं।
  2. प्रत्येक पाठक को उसकी पुस्तक उपलब्ध हो।
  3. प्रत्येक पुस्तक को उसका पाठक मिले।
  4. पाठक का समय बचाये
  5. पुस्तकालय संवर्धनशील संस्था है।


सन्दर्भ[संपादित करें]