पिया के गांव

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पिया के गांव एक प्रसिद्ध भोजपुरी फिल्म है। जिसका निर्देशक दिलिप बोस ने 5 जून 1985 में किया था। इसका संगीत चित्रागुप्ता द्वारा तथा गीत अलका याग्निक, सुरेश वदैकर तथा चंदारननी मुखर्जी ने कि थी। चलचित्र फिल्म का लेखन भी दिलिप बोस के द्वारा ही किया गया था। तथा इस फिल्म के निर्माता मिनाकक्षी प्रोडक्शन हाउस द्वारा किया गया एक धारावाहिक फिल्म है।[1][2]

कथानक[संपादित करें]

इस फिल्म में दहेज प्रथा की कुरूपता को समाज के सामने पेश किया तथा किस प्रकार एक स्त्री का जीवन दहेज के बोझ उसके जीवन निरश कर देती साथ ही उसके जीवन के रूपरेखा को बदलने में किस प्रकार अहम भूमिका निभाती है।

कलाकार[संपादित करें]

मिरा माधुरी (नायिका), दनिशा (नायक), जय तिलक (नायक), अरूणा ईरानी (नायिका), जयश्री (नायिका)।[3]

संगीत[संपादित करें]

  • ऐ डाक्टर बाबू
  • आंख से आंख मिलके
  • पहिले-पहिले हम अइनी गवनवा
  • आंख में सूरतीया
  • हमार पियवा
  • घिर आइल करीया बदरिया
  • कहवा के तीलक
  • हे तीरपुरारी से
  • जूग-जूग सू ललनवा
  • छोड़ी के चललू।[4]

विविध[संपादित करें]

भोजपुरी सिनेमा

संदर्भ[संपादित करें]

  1. Ghosh, Avijit (2010). CINEMA BHOJPURI (अंग्रेज़ी में). Penguin UK. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-8475-256-4. अभिगमन तिथि 3 अप्रैल 2021.
  2. "Piya Ke Gaon (1985) - IMDb" (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 3 अप्रैल 2021.
  3. "Piya Ke Gaon on Moviebuff.com". Moviebuff.com. अभिगमन तिथि 3 अप्रैल 2021.
  4. "Piya Ke Gaon Songs: Piya Ke Gaon MP3 Bhojpuri Songs by Alka Yagnik Online Free on Gaana.com". मूल से 14 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 अप्रैल 2021.