न्यायालयिक विष विज्ञान

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

न्यायालयिक विष विज्ञान अपराध अनुसंधान का वह भाग है जिसमे विष विज्ञान और एनालिटिकल रसायन की मदद से मृत्यु के कारण की जांच पड़ताल होती है! न्यायालयिक विज्ञान की इस शाखा का मत्वपूर्ण कार्य यह पता लगाना है की व्यक्ति की मृत्यु का कारण कौन सा ज़हरीला पदार्थ है और कितना समय हुआ है उसे शरीर में प्रवेश किए हुए! यह शाखा किसी भी व्यक्ति की मृत्यु चाहे आपराधिक हो या आत्महत्या हो, उसके शव की जांच करती है और शरिएइक पदार्थ(विसरा) में विष की उपस्थिति और उसकी कितनी मात्रा है उसका ज्ञात करती है! किसी भी आपराधिक स्थल में कोई भी भौतिक साक्ष्य मिलता है तो उसकी भी आचे से जांच की जाती है! इस शाखा में शरीर के बहुत से पदार्थ लिए जाते है जो की सहायक होते है विष और रासायनिक विषों का परिक्षण करने के लिए! इस शाखा में कीटनाशक, प्रानिविष, वानस्पतिक विष, अल्कोहल, मॉर्फिन, नारकोटिक पदार्थ, पेट्रोल, गैसोलीन और अन्य सभी संभावित रासायनिक विषयों का परिक्षण किया जाता है|

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]