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नोवगोरोड गणराज्य

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नोगोरोद गणराज्य

10वीं सदी–1478
राजधानी
एवं सबसे बड़ा शहर
नोगोरोद
आधिकारिक भाषा(एँ)स्लाविक भाषाएँ
धर्म
रूढ़िवादी ईसाई धर्म
सरकारगणराज्य
इतिहास 
• स्थापित
10वीं सदी
• अंत
1478

नोगोरोद, जिसे ग्रेट नोगोरोद या लॉर्ड नोगोरोद द ग्रेट भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण शहर-राज्य था, जो 10वीं सदी में स्थापित हुआ और 1478 में मॉस्को द्वारा इसके विलय तक अस्तित्व में रहा। नोगोरोद का साम्राज्य बाल्टिक सागर से लेकर यूराल पर्वतों और इल्मेन झील के पास वोल्खोव नदी के किनारे स्थित था, और यह अपने समय का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र था। यह शहर अपनी व्यापारिक संपत्ति के लिए प्रसिद्ध था, विशेष रूप से फर, मोम और शहद के व्यापार के लिए, जो पश्चिमी यूरोप से चांदी, ऊन के कपड़े और अन्य वस्त्रों के बदले में प्राप्त किया जाता था।

नोगोरोद की राजनीतिक संरचना

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नोगोरोद गणराज्य ने एक अनूठी लोकतांत्रिक प्रणाली अपनाई थी, जिसमें प्रमुख राजनीतिक शक्ति शहर के बॉयार (अमीरों) के पास थी। प्रारंभ में, नोगोरोद के शासक किव के राजाओं या उनके पुत्रों से थे, लेकिन 1136 तक नोगोरोद ने अपने शासक को चुनने का अधिकार प्राप्त कर लिया था। प्रिंस का अधिकार सीमित था और उसे पोसाडनिक (मेयर) के साथ न्यायिक अधिकार साझा करना पड़ता था। नोगोरोद में एक बड़ा वेशे (संसद) होता था, जो महापौर, चिलियर्क (सैन्य प्रमुख), और बिशप का चुनाव करता था। इस प्रणाली से नोगोरोद के नागरिकों को शासन में सक्रिय भागीदारी का अवसर मिलता था।[1]

व्यापार और अर्थव्यवस्था

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नोगोरोद बाल्टिक सागर और किव को जोड़ने वाले वैरंगियन मार्ग पर स्थित था, जिससे यह व्यापार का प्रमुख केंद्र बन गया। 12वीं सदी में यह हांसीटिक लीग के व्यापारीयों के लिए एक "फैक्ट्री" के रूप में उभरा, जहां जर्मन व्यापारियों ने अपना व्यापार केंद्र स्थापित किया। नोगोरोद का मुख्य आय स्रोत उत्तर-पूर्वी फर व्यापार था, जिसमें धनी गिल्ट और अन्य वस्तुएं शामिल थीं[2]

धार्मिक और सांस्कृतिक विकास

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नोगोरोद में चर्च और धार्मिक संस्थाएं भी महत्वपूर्ण थीं। यहां के लोग रूढ़िवादी ईसाई धर्म का पालन करते थे और चर्च का प्रभाव बढ़ता गया, खासकर 12वीं सदी में। नोगोरोद के बिशप को 1165 में आर्चबिशप का दर्जा दिया गया, जो शहर के धार्मिक प्रशासन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम था।[2]

मॉस्को द्वारा विजय

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14वीं सदी के अंत तक नोगोरोद, व्लादिमीर के ग्रैंड प्रिंस के अधीन था, लेकिन धीरे-धीरे नोगोरोद के प्रभुत्व में गिरावट आई। 15वीं सदी में, मॉस्को ने नोगोरोद के व्यापारिक लाभ और इसकी स्वायत्तता पर नजरें गड़ा दीं। 1478 में मॉस्को ने नोगोरोद पर आक्रमण किया और इसे अपने राज्य में विलय कर लिया, जिससे नोगोरोद गणराज्य का अंत हो गया।[1]

निष्कर्ष

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नोगोरोद गणराज्य का इतिहास एक स्वतंत्र और समृद्ध व्यापारिक केंद्र के रूप में उभरा था, जो मध्यकालीन रूस में गणराज्य शासन और लोकतांत्रिक संरचना का आदर्श प्रस्तुत करता है। नोगोरोद का विकास और उसका व्यवस्थित शासन आज भी रूस के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में देखा जाता है।[1]

  1. Langer, Lawrence N. (2016), "Novgorod Republic", The Encyclopedia of Empire (in अंग्रेज़ी), John Wiley & Sons, Ltd, pp. 1–2, doi:10.1002/9781118455074.wbeoe040, ISBN 978-1-118-45507-4, retrieved 2025-01-22
  2. "Russia - Novgorod, History, Culture | Britannica". www.britannica.com (in अंग्रेज़ी). 2025-01-22. Retrieved 2025-01-22.