नील हरित काई

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नील हरित शैवाल स्वतंत्र रूप से निवास करने वाला व नैत्रोजन स्थापित करने वाला सूक्ष्मजीव हैं। यह मृदा में लगभग २५-३० कि.ग. नैत्रोगन प्रति हेक्टेयर उपलब्ध करती हैं । इसका उपयोग धान के उपज को बढ़ाने के लिए किया जाता हैं .यह दिन के समय प्रकाश संसलेशन की क्रिया के फलस्वरूप निकली आकसीजन(oxygen) धान की जड़ो के विकाश में मदत करती हैं