नीमच ज़िला

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(नीमच ज़िले से अनुप्रेषित)
नीमच जिला
मानचित्र जिसमें नीमच जिला हाइलाइटेड है
सूचना
राजधानी : नीमच
क्षेत्रफल : 3,875 किमी²
जनसंख्या(2011):
 • घनत्व :
8,25,958
 210/किमी²
उपविभागों के नाम: तहसील
उपविभागों की संख्या: 5
मुख्य भाषा(एँ): हिन्दी ओर गोजरी भाषा


नीमच जिला भारत के मध्य राज्य का एक जिला है। इसका मुख्यालय नीमच है।[1][2]

विवरण[संपादित करें]

नीमच को 31 मई 1998 में मध्य प्रदेश का स्वतंत्र जिला घोषित किया गया था। प्रारंभ में यह मंदसौर जिले का हिस्सा था। ब्रिटिश शासन के दौरान यहां एक छावनी स्थापित की गई थी। आजादी के बाद छावनी को भारत की पैरा मिल्रिटी सेना की छावनी में परिवर्तित कर दिया गया। वर्तमान में यह सीआरपीएफ अर्थात क्रेन्दीय रिजर्व पुलिस बल के नाम से जाना जाता है। नीमच को सीआरपीएफ की जन्मस्थली माना जाता है। यह जिला सुखानंद महादेव, ऑक्‍टरलोनी इमारत, नीलकंठ महादेव, आंतरी माता मंदिर और भादवा माता मंदिर आदि के लिए विख्यात है। मंदसौर के समान यहां भी बड़े पैमाने पर अफीम का उत्पादन होता है।

ज़िले के प्रसिद्ध मंदिरों में नाकोडा भैरव नाम, पार्श्वनाथ मन्दिर, कुकडेशवर, महामाया भादवामता मंदिर, किलेशवर महादेव, सुखानन्द महादेव जावद और केदारेश्वर महादेव रामपुरा हैं। ज़िले में केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल की एक विशाल छावनी है और यह उस बल का जन्मस्थल भी है। जिले में एक शासकीय अफीम एवं शा‍रोद कारखाना है जो एशिया का सबसे विशाल अफीम कारखाना भी है।


शैक्षणिक संस्थान[संपादित करें]

  • स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय, नीमच
  • सीताराम जाजू कन्या महाविद्यालय नीमच
  • शासकीय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नीमच

उल्लेखनीय लोग[संपादित करें]

  • उमाशंकर मूलजीभाई त्रिवेदी नीमच के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व थे। वह पहली और तीसरी लोकसभा में सांसद रहे। वह भारत के सर्वोच्च न्यायालय में एक वरिष्ठ वकील भी थे। उनका निवास स्थान नीमच कैंट में बंगला नंबर 11 था। और पुस्तक बाजार में उनका कार्यालय रहा।
  • वी. एस. वाकणकर एक भारतीय पुरातत्ववेत्ता थे। जिन्होंने 1957 में भीमबेटका चट्टान गुफाओं की खोज की थी।[3] जनवरी 1975 में इंदिरा गांधी सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था।
  • सुंदरलाल पटवा, 20 जनवरी 1980 - 17 फरवरी 1980 और 5 मार्च 1990 - 15 दिसंबर 1992 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2017 में मरणोपरांत दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। [4][5]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
  2. "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293
  3. Centre, UNESCO World Heritage. "Rock Shelters of Bhimbetka". UNESCO World Heritage Centre (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-07-19.
  4. "List of Padma awardees 2017". The Hindu (अंग्रेज़ी में). 2017-01-25. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-751X. अभिगमन तिथि 2023-07-19.
  5. "Sunderlal Patwa, 'Doctor Dadi' among Padma awardees from Madhya Pradesh". The Times of India. 2017-01-27. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0971-8257. अभिगमन तिथि 2023-07-19.
  6. "CP Gurnani - Managing Director and Chief Executive Officer - Tech Mahindra". web.archive.org. 2016-04-22. मूल से पुरालेखित 22 अप्रैल 2016. अभिगमन तिथि 2023-07-19.सीएस1 रखरखाव: BOT: original-url status unknown (link)
  7. Society India January 2019.
  8. "TEDxJSSATE | TED". www.ted.com. अभिगमन तिथि 2023-07-19.
  9. "Shorya Mahanot art exhibition". The Art Guide (अंग्रेज़ी में). मूल से 25 मार्च 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2023-07-19.