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नरहरिदास बारहठ

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नरहरिदास बारहठ मध्यकालीन युग के प्रसिद्ध राजस्थानी कवि थे। उनका जन्म भारतीय राज्य राजस्थान के एक चारण परिवार में हुआ था। [1] [2]

उनका जन्म 1648 में मारवाड़ के मेड़ता परगना के टेहला गांव में हुआ था। उनके पिता लाखाजी बारहठ , भारत में 16वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध कवि थे। वह जोधपुर राज्य के राजा गज सिंह प्रथम के दरबार में थे। उनकी मृत्यु लगभग 1733 में हुई थी। उन्होंने प्रसिद्ध अवतार चरित्र लिखा है। उन्होंने शाहजहाँ को प्रेरित कर मुगल साम्राज्य में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए मना लिया था। [2] [3]

अग्रिम पठन

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  1. Prakāśa, Mahārājā Mānasiṃha Pustaka (1981). Mahārājā Mānasiṃha Pustaka Prakāśa ke granthoṃ kī sūcī: Hindī va Rājasthānī grantha. Mahārājā Mānasiṃha Pustaka Prakāśa. Some important poetic works were composed in this language in later centuries and poets like Barhat Narharidas earned
  2. Singh, Kesri (1999). An Anthology of Rājasthāni Poetry in English Translation (अंग्रेज़ी में). Books Treasure. The Man - Lion Slays the Demon - King : From the Avatar Charit of Narharidas Narharidas, son of Barhat Lakkhā, was born in 1543 at Tehlā, a village in Mertā Parganā of Marwār . Besides his major work the “ Avtar Charit ” in which he
  3. Prakāśa, Mahārājā Mānasiṃha Pustaka (1981). Mahārājā Mānasiṃha Pustaka Prakāśa ke granthoṃ kī sūcī: Hindī va Rājasthānī grantha. Mahārājā Mānasiṃha Pustaka Prakāśa. Some important poetic works were composed in this language in later centuries and poets like Barhat Narharidas earned immense fame through this language