ध्वनि संचालित एक्स्चेंज
ध्वनिसंचालित एक्स्चेंज (अंग्रेज़ी: वॉयस ऑपरेटेड एक्सचेंज, लघुरूप: वीओएक्स या वॉक्स) एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण होता है, एक वॉकी-टॉकी जैसा होता है। इस प्रणाली द्वारा बहुत हल्की सी ध्वनि या मानव वार्तालाप को पकड़कर स्पीकर में संवर्धित कर सुनाया जा सकता है।[1] ये ध्वनि संकेत मिलते ही स्वतः ही कार्य चालू कर देता है। जब उपभोक्ता इसमें बोलता है, सिर्फ उतनी देर तक ही ट्रांसमीटर चालू रहता है और बोलना रूकते ही यह भी स्वतः ही बंद हो जाता है। यह प्रयोग किए जाने वाले पी.टी.टी (प्रेस टू टॉक) बटन से कहीं बेहतर होता है। इसके साथ ही इसे मैनुअल तरीके से भी प्रयोग किया जा सकता है। मोबाइल फोन उपकरणों में वी.ओ.एक्स का प्रयोग बैटरी चार्ज बचाने के किये किया जाता है। कुछ मोबाइल फोन, टू वे रेडियो, फोन रिकॉर्डर और टेप रिकॉर्डर आदि में भी वीओएक्स का विकल्प होता है।
वीओएक्स में एक ट्रांसमीटर लगा होता है, जो कि सूचनाओं को ग्रहण करता है। इसका ध्वनि पकड़ने वाला माइक्रोफोन जिसे ईयरपीस भी कहते हैं, ये सिर के पास होता है और सेंसर चेहरे के पास, ताकि आवाज की जसा सी भी फुसफुसाहट को भी सुना जा सकें। ध्वनि के समाप्त होने के कुछ अंतराल तक इसका सर्किट सक्रिय रहता है, इस निश्चित अंतराल में कोई ध्वनि न मिलने की दशा में स्वत: ही बंद हो जाता है। दोबारा थोड़ी सी भी आवाज होते ही यह स्वतः ही सक्रिय हो जाता है।
इसका प्रणाली का प्रयोग हाल ही में २६ नवम्बर २००८ मुंबई में श्रेणीबद्ध गोलीबारी में राष्ट्रीय सुरक्षा समूह की टीम ने किया था। नासा के अभियानों में भी दौरान वीओएक्स का प्रयोग बहुत हुआ था, जिसने इस तकनीक को चलन में ला दिया। बम कांड या गोलीबारी आदि की स्थिति में इस स्विच के लिए एक बड़ी समस्या होती है। भीषण गोलाबारी और फायरिंग के समय यह स्विच उसकी आवाज से भी सक्रिय हो जाता है, जो इस उपकरण की प्रमुख कमी है।
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ वी.ओ.एक्स Archived 2016-08-14 at the Wayback Machine। हिन्दुस्तान लाइव। २९ नवम्बर २००९