धूमावती
Jump to navigation
Jump to search
धूमावती | |
---|---|
| |
संबंध | महाविद्या, देवी |
अस्त्र | सुप |
जीवनसाथी | शिव |
धूमावती पार्वती का एक रूप हैं। इस रूप में उन्हें बहुत भूख लगी और उन्होंने महादेव से कुछ खाने को माँगा। महादेव ने थोड़ा ठहरने के लिये कहा। पर पार्वती क्षुधा से अत्यंत आतुर होकर महादेव को निगल गई। महादेव को निगलने पर पार्वती को बहुत कष्ट हुआ।[1]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ N. राज गोपाल, सुमन सचर (2000). Indian English poetry and fiction: a critical evaluation (अंग्रेज़ी में). नई दिल्ली: Atlantic Publishers & Distributors. पृ॰ 164. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7156-905-2.
![]() | यह हिंदू धर्म-सम्बन्धी लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |