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दौलताबाद दुर्ग

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दौलताबाद दुर्ग
Daulatabad Fort
देवगिरि दुर्ग

देवगिरि दुर्ग के नाम से बना दौलताबाद दुर्ग
दौलताबाद दुर्ग is located in महाराष्ट्र
दौलताबाद दुर्ग
महाराष्ट्र में अवस्थिति
सामान्य विवरण
स्थान औरंगाबाद जिला, महाराष्ट्र
राष्ट्र  भारत
निर्देशांक 19°56′34″N 75°12′47″E / 19.942724°N 75.213164°E / 19.942724; 75.213164निर्देशांक: 19°56′34″N 75°12′47″E / 19.942724°N 75.213164°E / 19.942724; 75.213164
निर्माण सम्पन्न लगभग 1600 ई

दौलताबाद दुर्ग (Daulatabad Fort) या देवगिरि दुर्ग (Devagiri Fort) भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिला के दौलताबाद गाँव के समीप पहाड़ पर बना एक ऐतिहासिक दुर्ग है। यह देवगिरि के यादव वंश (9वीं–14वीं शताब्दी) की राजधानी हुआ करता था। उसके उपरांत यह एक छोटे अंतराल के लिए दिल्ली सल्तनत (1327–1334) की राजधानी रहा और फिर अहमदनगर सल्तनत (1499–1636) की द्वितीय राजधानी रहा। इस स्थान से महत्वपूर्ण व्यापारिक मार्ग निकलने के कारण इस क्षेत्र का 6वीं शताब्दी में महत्व बढ़ गया। सन् 1187 में प्रथम यादव राजा, भिल्लामा पंचम, ने यहाँ सबसे पहले त्रिकोण आकार का दुर्ग बनाया था।[1][2][3][4][5]

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  1. सोहोनी, पुष्कर (2015). Aurangabad with Daulatabad, Khuldabad and Ahmadnagar. मुम्बई; लंदन: जैको पब्लिशिंग हाउस; डेक्कन हेरिटेज फाउंडेशन. ISBN 9788184957020.
  2. "Devagiri-Daulatabad Fort". महाराष्ट्र टूऱिज्म डेवलपमेंट कोर्पोरेशन (अंग्रेज़ी भाषा में). महाराष्ट्र, India. मूल से से 2 जुलाई 2014 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 23 जुलाई 2019.
  3. "मध्यकालीन भारत में सबसे ताकतवर था दौलताबाद किला". आजतक. भारत. 22 अगस्त 2012. अभिगमन तिथि: 16 नवम्बर 2018.
  4. "देवगिरी". माझा पेपर (मराठी भाषा में). महाराष्ट्र. 9 सितंबर 2012. अभिगमन तिथि: 16 नवम्बर 2018.
  5. Gopal, मदन (1990). के एस गौतम (ed.). India through the ages. पब्लिकेशन डीविजन, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार. p. 174. ASIN B003DXXMC4.