दिलीप रॉय

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बांग्ला चलचित्र के प्रख्यात अभिनेता-निर्देशक और रंगमंच कलाकार।

जीवन वृत्त[संपादित करें]

उनके परिवार में उनकी पत्नी व तीन बेटे हैं। 79 वर्ष की अवस्था में कैंसर के कारण 2 सितंबर 2010 को उनकी मृत्यु हो गई।

चलचित्र[संपादित करें]

रॉय ने 1954 में बांग्ला फिल्म "सती बेहुला" से अपने अभिनय करियर की शुरूआत की थी। बाद में उन्होंने करीब आधी सदी तक विभिन्न भूमिकाओं में विविध प्रकार का अभिनय किया। वह नायक और खलनायक दोनों ही तरह की भूमिकाएं बखूबी निभाते थे। उन्होंने उत्तम कुमार, सौमित्र चटर्जी, सुचित्रा सेन, अनिल चटर्जी और छबि बिस्वास जैसे कलाकारों के साथ काम किया। उनकी प्रमुख फिल्मों में "दुई पुरूष", "अपांजन", "अभया ओ श्रीकांता", "क्षुदित पाषाण", "आरोग्य निकेतन", "पन्ना हिरी छूनी", "झिंदर बांदी" और "हंशुली बांकर उपकथा" शामिल हैं। रॉय ने तीन सफलतम फिल्मों "देवदास" (1979), "अमृता कुम्भर संध्याने" (1982) और "नीलकांता" (1985) का निर्देशन किया था।

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]