दारा नुसूरवानजी खुरोडी

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दारा नुसूरवानजी खुरोडी (२ जनवरी १९०६ - १ जनवरी १९८३) एक भारतीय उद्यमी थे जो दुग्ध उद्योग में उनके योगदान के लिए जाने जाते है। उन्होंने अपने व्यवसाय की शुरुआत में कई निजी और सरकारी संगठनों में काम किया और बाद में सरकारी आधिकारिक पदों पर भी रहे। वह १९४६ से १९५२ तक बॉम्बे (अब मुंबई) के दूध आयुक्त थे। उन्होंने १९६३ में वर्गीज कुरियन और त्रिभुवनदास कृषिभाई पटेल के साथ मिलकर रेमन मैगसेसे पुरस्कार प्राप्त किया। उन्हें उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में सन १९६४ में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किय गया।

जीवन और कार्य[संपादित करें]

दारा खुरोडी का जन्म २ जनवरी १९०६ को मध्य प्रदेश राज्य के महू शहर में हुआ था। उनके पिता और दादा दोनों सरकारी कर्मचारी थे और उनके परिवार की इच्छा थी कि वह भी एक सरकारी कर्मचारी बने। दुग्धशाला में उनकी रुचि बचपन में विकसित हुई जब वो अपने चाचा की सहायता करते, जो महू में सैन्य प्रतिष्ठानों को दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति करते थे। इसके बाद उन्होंने १९२३ में बैंगलोर में इंपिरियल पशुपालन संस्थान (अब राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान) में प्रवेश लिया।

परिवार और व्यक्तिगत जीवन[संपादित करें]

पुरस्कार[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]