दमघोष

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चंद्रवंश तथा यदुवंश कुल् के क्षत्रिय महाराजा दमघोष चेदी राज्य के नरेश, शिशुपाल के पिता (Mahābhārata Ādi Parva, Chapter 186, Stanza 86), श्रीकृष्ण, बलराम और सुभद्रा के फूफा, वसुदेव और कुंती के बहनोई थे। ये कर्ण, युधिष्ठिर, भीमसेन और अर्जुन के मौसा थे। इनकी पत्नी का नाम सुतसुभा था।

महाभारत काल में यादव संघ में कुल 103 गोत्र थे आभीरपति महाराज यदु की पीढ़ी में जन्मे एक प्रतापी यदुवंशी नरेश क्रोष्ट ।

इन्ही के पीढ़ी में आगे चलकर हुए राजा चेदि । महाराज चेदि के नाम से चेदि साम्राज्य की उत्पत्ति हुई ।

यादव महाराजा चेदि के सबसे प्रतापी और वीरवान पुत्र हुए महाराजा दमघोष ।

चंद्रवंशी क्षत्रिय महाराजा दमघोष यादव के नाम पर इनके ही वंशज घोष/घोषी क्षत्रिय अहीर ( हिन्दू घोषी ) कहलाये।

महाराज दमघोष का विवाह भगवान श्री कृष्ण की छोटी बुआ रानी श्रुतश्रवा से हुआ था । उनके पुत्र हुए शिशुपाल जो आगे चलकर चेदि साम्राज्य के शासक बने ।

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