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थिओल

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थिओल (Thiol), जिसे कभी-कभी मरकैप्टन (Mercaptan) भी कहा जाता है, सल्फर (गंधक) और हाइड्रोजन परमाणु के साथ कार्बनिक यौगिक होते हैं। इनका सामान्य सूत्र R–SH है, जहां R कोई भी हाइड्रोकार्बन समूह हो सकता है। थिओल, अल्कोहल के समान होते हैं, लेकिन इनमें ऑक्सीजन के स्थान पर सल्फर होता है।[1] Thiol group

संरचना और गुण

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थिओल में एक सल्फर परमाणु (S) और एक हाइड्रोजन परमाणु (H) के बीच एक बंध होता है। यह बंध कार्बन के साथ संलग्न होता है। इनका गंध तीव्र और अक्सर अप्रिय होता है। उदाहरण के लिए, मिथेनेटिओल (CH3SH) में सड़े अंडों जैसी गंध होती है।[2]

नामपद्धति

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एल्काइलथिओल्स को नाम देने के कई तरीके हैं:

  • एल्केन के नाम में प्रत्यय -थिओल जोड़ा जाता है। यह विधि लगभग अल्कोहल के नामकरण के समान है और इसका उपयोग IUPAC द्वारा किया जाता है , उदाहरण के लिए CH 3 SH मीथेनथिओल होगा ।
  • समतुल्य अल्कोहल यौगिक के नाम में अल्कोहल की जगह मर्कैप्टन शब्द का इस्तेमाल किया गया है। उदाहरण: CH 3 SH मिथाइल मर्कैप्टन होगा, ठीक उसी तरह जैसे CH 3 OH को मिथाइल अल्कोहल कहा जाता है।
  • सल्फहाइड्रिल- या मर्कैप्टो- शब्द का प्रयोग उपसर्ग के रूप में किया जाता है, उदाहरण के लिए मर्कैप्टोप्यूरिन ।[3]

थिओल का उपयोग कई उद्योगों में किया जाता है:

  • गैस उद्योग में प्राकृतिक गैस में गंध डालने के लिए ताकि गैस लीक की पहचान हो सके।
  • जैव रसायन और दवाओं के निर्माण में।
  • पॉलीमर संश्लेषण में।[4]

जैविक भूमिका

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थिओल कई जैविक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उदाहरण:

  • सिस्टीन अमीनो एसिड में थिओल समूह पाया जाता है, जो प्रोटीन की संरचना और कार्य को स्थिर करता है।
  • ग्लूटाथियोन, एक थिओल यौगिक, एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है।

सामान्य उदाहरण

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कुछ सामान्य थिओल यौगिक:

  • मिथेनेटिओल (Methanethiol)
  • एथेनथिओल (Ethanethiol)
  • ब्यूटेनथिओल (Butanethiol)

सावधानियां

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थिओल यौगिक अक्सर ज्वलनशील होते हैं और इनकी गंध तीव्र होती है। इनके संपर्क में आने से त्वचा और आंखों में जलन हो सकती है।

संबंधित विषय

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सन्दर्भ

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  1. Ravi, Pooja; Isaq, Mona; Ramachandra, Yarappa Lakshmikant; Somu, Prathap; Rai, Padmalatha S.; Poojari, Chandrappa Chinna; Anand, Kumar Hegde Biliyaru; Shilali, K.; Shabbirahmed, Asma Musfira; Kumaravel, Mohanya (2023). "Therapeutic effectiveness of phytochemicals targeting specific cancer cells: a review of the evidence". Recent Frontiers of Phytochemicals. Elsevier. p. 247–259. doi:10.1016/b978-0-443-19143-5.00039-6. ISBN 978-0-443-19143-5.
  2. "Organic Chemistry, Sulfur Compounds, Mercaptans". Encyclopedia Britannica. 1998-07-20. Retrieved 2025-01-25.
  3. Ashenhurst, James (2015-07-05). "Thiols And Thioethers". Master Organic Chemistry. Retrieved 2025-01-25.
  4. "Properties of Thiol". BYJUS. 2017-10-02. Retrieved 2025-01-25.

बाहरी कड़ियाँ

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