थॉमस हार्डी

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थॉमस हार्डी
Hardy between about 1910 and 1915
जन्म2 जून 1840
स्टिन्सफ़र्ड, डॉर्सेट, इंग्लैण्ड
मौत11 जनवरी 1928(1928-01-11) (उम्र 87)
डोरचेस्टर, डॉर्सेट, इंग्लैण्ड
कब्र
पेशाउपन्यासकार, कवि और लघु कथा लेखक
उच्च शिक्षाकिंग्स कॉलेज लंदन
आंदोलनप्राकृतवाद, विक्टोरियन साहित्य
उल्लेखनीय कामsटेस ऑफ दि ड्यूबरविले
फार फ्रॉम द मैडिंग क्राउड
द मेयर ऑफ़ केस्टरब्रिज
क्लेक्टेड पोइम्स
ज्यूड द ओब्सक्योर
जीवनसाथी

हस्ताक्षर

थॉमस हार्डी (2 जून 1840 -- 11 जनवरी 1928) प्रकृतिवादी आंदोलन के अंग्रेजी उपन्यासकार और कवि थे।अपने जीवनकाल में वह अपने उपन्यासों के लिए अधिक प्रसिद्ध थे जबकि उन्होंने स्वंय को मुख्य रूप से कवि माना है।

हार्डी की अंग्रेजी साहित्य को महत्वपूर्ण देन है। उन्होंने एक छोटे से क्षेत्र का विशेष अध्ययन किया और क्षेत्रीय साहित्य की सृष्टि की। हिन्दी में इस प्रकार के साहित्य को आंचलिक साहित्य कह रहे हैं। उन्होंने मानव जीवन के संबंध में अपने साहित्य में आधारभूत प्रश्न उठाए तथा जो मर्यादा पूर्वकाल में महाकाव्य और दु:खांत नाटक को प्राप्त थी, वह उपन्यास को प्रदान की। वे अनेक पात्रों के स्रष्टा और अद्भुत्‌ कहानीकार थे किंतु इनके पात्रों में सबसे अधिक सशक्त बेसेक्स है। इस पात्र ने काल का प्रवाह उदासीनताभरे नेत्रों से देखा है, जिनमें न्याय और उचित अनुचित की कोई अपेक्षा नहीं। टॉमस हार्डी का जन्म वेसेक्स प्रदेश में हुआ। यह प्रदेश प्राचीन काल में इंग्लैंड के नक्शे पर था, किंतु अब नहीं है। उनका सभी साहित्य वेसेक्स से संबंधित है। उनके उपन्यास 'वेसेक्स के उपन्यास' कहलाते हैं और उनकी कविता 'वेसेक्स की कविता'।

जीवन[संपादित करें]

थॉमस हार्डी का जन्म इंग्लैंड के हायर बॉकहैम्पटन के डॉरसेट (डोरचेस्टर के पूर्व में स्टिन्सफ़र्ड की पल्ली के गांव) में हुआ था। उनके पिता (थॉमस) एक राज और स्थानीय निर्माता के रूप में काम करते थे। उनकी माँ जेमिमा सुशिक्षित थीं और उन्होंने तब तक थॉमस को पढ़ाया जब तक वह आठ साल की उम्र में बॉकहैम्पटन में अपने पहले स्कूल में पढ़ने नहीं चले गए। कई सालों तक वह श्री लास्ट द्वारा संचालित स्कूल में पढ़ते रहे। यहां उन्होंने लैटिन भाषा सीखी और शैक्षिक प्रतिभा का परिचय दिया। [1] लेकिन हार्डी के परिवार की सामाजिक स्थिति ऐसी न थी कि उन्हें शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय भेजा जा सके और 16 वर्ष की आयु में उनकी औपचारिक शिक्षा समाप्त हो गई और वह जॉन हिक्स, एक स्थानीय वास्तुकार के यहां शिक्षु बन गए। डोरचेस्टर में वास्तुकार के रूप में प्रशिक्षित होकर हार्डी 1862 में लंदन चले गए; वहां उन्होंने किंग्स कॉलेज, लंदन में छात्र के रूप में दाखिला लिया। उन्होंने रॉयल इंस्टिट्यूट ऑफ़ ब्रिटिश आर्किटेक्ट्स और आर्किटेक्चुरल एसोसिएशन से पुरस्कार जीते। लंदन में हार्डी को कभी अपनापन अनुभव नहीं हुआ। वह वर्ग विभाजन और अपनी सामाजिक हीनता के प्रति बहुत सचेत थे। तथापि, सामाजिक सुधार में उनकी दिलचस्पी थी और वह जॉन स्टुअर्ट मिल के काम से परिचित थे। इस अवधि के दौरान उनके डोरसेट के मित्र होरेस मॉल ने उनका परिचय चार्ल्स फ़ोरियर और ऑगस्टे कॉम्टे के काम से करवाया. पांच साल बाद, अपने स्वास्थ्य के कारण वह डोरसेट लौट आए और स्वंय को लेखन के प्रति समर्पित करने का फ़ैसला किया।

1870 में, कॉर्नवॉल[2] में सेंट जुलिएट के पारिश चर्च के जीर्णोद्धार के वास्तुशिल्प मिशन पर आए हार्डी की मुलाकात एमा लैविनिया गिफ़र्ड से हुई और उनमें प्यार हो गया, 1874 में उन्होंने उससे शादी कर ली। [3][4] हालांकि वह बाद में पत्नी से अलग हो गए पर 1912 में उसकी मौत से उन्हें गहरा सदमा पहुंचा। उसकी मृत्यु के बाद, अपने प्रणय संबंध से जुड़े स्थानों की दोबारा यात्रा करने हार्डी कॉर्नवॉल गए, पोयम्स 1912-13 में उसकी मृत्यु की छाप मिलती है। 1914 में, हार्डी ने अपने से 39 साल छोटी, अपनी सचिव फ्लोरेंस एमिली डगडेल से शादी कर ली। फिर भी वह अपनी पहली पत्नी की मौत से उभर नहीं पाए और काव्य-लेखन से अपने दुख को भुलाने की कोशिश करते रहे। [5]

स्टिन्सफ़र्ड पैरिश चर्च जहां थॉमस हार्डी का ह्रदय दफ़न है

दिसंबर 1927 में हार्डी को फुस्फुस के आवरण में शोथ का रोग हो गया और 11 जनवरी 1928 को रात के 9 बजे अपनी पत्नी को अपनी अंतिम कविता लिखवाने के बाद वह चल बसे; मृत्यु प्रमाण-पत्र में मृत्यु का कारण दिया गया, "ह्रदय की मूर्च्छा", "बुढ़ापा" एक अंशदायी कारक के रूप में उद्धृत था। 16 जनवरी को उनका अंतिम संस्कार वेस्टमिंस्टर एबे में हुआ जो एक विवादास्पद अवसर साबित हुआ क्योंकि हार्डी, उनके परिवार और मित्रों की इच्छा थी कि उन्हें स्टिन्सफ़र्ड में उनकी पहली पत्नी एमा की कब्र में ही दफ़नाया जाए. तथापि, उनके निष्पादक, सर सिडनी कारलाइल कॉकेरल ने इस बात पर ज़ोर दिया कि उन्हें ऐबी के प्रसिद्ध पोयट्स कॉर्नर में दफ़न किया जाए. एक समझौते किया गया और उनका दिल स्टिन्सफ़र्ड में एमा के साथ और अस्थियां पोयट्स कॉर्नर में दफ़नाई गई।

हार्डी के मृत्यु के फौरन बाद, उनकी संपत्ति के निष्पादकों ने उनके पत्रों और नोटबुक्स को जला दिया। बारह रिकॉर्ड बचे, उनमें से एक में 1820 के दशक के नोट्स और अखबार में छपी कहानियों के उद्धरण थे। इनके शोध से पता चला कि कैसे हार्डी ने उन पर नज़र रखी और किस तरह उनका प्रयोग अपने बाद के कार्य में किया।[6] जिस साल उनकी मृत्यु हुई उसी साल श्रीमती हार्डी ने द अर्ली लाइफ़ ऑफ़ थॉमस हार्डी,1841-1891 प्रकाशित करवाई: जो समकालीन नोट्स, पत्रों, डायरी, संस्मरण और कई बरसों की मौखिक बातचीत का संकलन था।

हार्डी के काम की डी.एच. लॉरेंस और वर्जीनिया वुल्फ़ जैसे कई लेखकों ने प्रशंसा की। अपनी आत्मकथा गुडबाय टू ऑल दैट में रॉबर्ट ग्रेव्स ने 1920 के दशक के शुरू में डोरसेट में हार्डी के साथ भेंट की याद को ताज़ा किया है। हार्डी ने उसका और उसकी नई पत्नी का गर्मजोशी से स्वागत किया और उसके काम की सराहना की।

1910 में, हार्डी को ऑर्डर ऑफ़ मेरिट से सम्मानित किया गया।

डोरचेस्टर में बॉकहैम्पटन और मैक्स गेट में हार्डी के मकान राष्ट्रीय ट्रस्ट के स्वामित्व में हैं।

साहित्यसेवा[संपादित करें]

हार्डी ने कवितालेखन से साहित्यसेवा आरंभ की, किंतु प्राथमिक रचनाएँ उन्होंने नष्ट कर दीं। 1870 से 1898 तक उन्होंने कथासाहित्य को समृद्ध किया। वे जीवन और संसार के परिचालन में कोई न्याय अथवा व्यवस्था न देखते थे उनके अनुसार एक अंधी शक्ति इस जगत्‌ के कार्यकलापों का परिचालन करती थी। इस अंधी शक्ति को वे 'इम्मेनेंट विल' कहते थे - ऐसी चालकशक्ति जो जीवन और संसार में निहित है।

अपने कथासाहित्य में हार्डी ने जगत्‌ के व्यापारों पर अपना आक्रमण उत्तरोत्तर अधिक तीखा किया। पहले उपन्यासों में यह अपेक्षाकृत हल्का है। 1879 में उनकी पहली उपलब्ध रचना प्रकाशित हुई, 'डेस्परेट रिमेडीज़', 1872 में दूसरी, 'अंडर दि ग्रीनवुड ट्री' और 1873 में तीसरी 'ए पेयर ऑव ब्ल्यू आइज'। अगली रचना 'फार फ्राम दि मैडिंग क्राउड' अधिक प्रौढ़ कृति है और इसके प्रकाशन के बाद उनकी ख्याति बढ़ी। आत्मविश्वास प्राप्त कर हार्डी ने विश्व की गति पर अपना आघात अधिक तीव्र कर दिया। इस काल की रचनाओं में सर्वश्रेष्ठ हैं - 'दि वुडलैंडर्स', 'दि रिटर्न ऑव दि नेटिव', 'दि ट्रंपेट मेजर' और 'दि मेयर ऑव वास्टरब्रिज'। इसके बाद दो उपन्यास और लिखे गए जिनमें हार्डी घोर निराशा में डूब गए हैं।

आलोचकों के प्रहारों से घबराकर हार्डी ने उपन्यास लिखना छोड़कर कविता लिखना शुरु किया। बीस वर्ष तक उन्होंने कविता लिखी और अपने लिए ख्याति के नए द्वार खोले। कविता में भी हार्डी अपने विचारदर्शन को व्यक्त करते रहे, किंतु कविताओं में व्यक्त आघातों से पाठक और आलोचक उस हद तक मर्माहत न हुए। हार्डी का कहना था कि 'यदि गैलिलियो ने कविता में लिखा होता कि पृथ्वी घूमती है, तो शायद उन्हें इतनी तकलीफ न सहनी पड़ती।' कविता को एक बार पुन: अपनाकर हार्डी अपने साहित्यिक जीवन के प्रथम प्रेम की ओर मुड़े थे।

इसी बीच इन्होंने अपनी सबसे महत्वपूर्ण कृति 'दि डाइनास्ट्स' (The dynasts) लिखी। यह तीन भागों में प्रकाशित हुई। यह रचना नाटक के रूप में महाकाव्य है। इसे भौतिक रंगमंच पर नहीं खेला जा सकता। इसका अभिनय कल्पना के मंच पर ही संभव है। कथावस्तु नैपोलियन के अभियान से संबंधित है। यह विश्वविजेता भी क्रूर नियति का शिकार था। जीवन की शक्ति कालचक्र को घुमाती रहती है और सदाचारी तथा दुराचारी सभी उसमें पिसते रहते हैं। इस रचना में हार्डी का विचारदर्शन बहुत स्पष्टता से व्यक्त हुअ है।

धार्मिक मत[संपादित करें]

हार्डी का परिवार अंगरेज़ी चर्च को मानता था लेकिन कट्टर अनुयायी नहीं था। पांच सप्ताह की उम्र में उनका बपतिस्मा हुआ और वह चर्च को जाया करते थे, जहां उनके पिता और चाचा संगीत के लिए योगदान देते थे। फिर भी वह इंग्लैंड की स्थानीय चर्च के स्कूल में नहीं गए, उन्हें तीन मील दूर श्री लास्ट के स्कूल में भेजा गया। नौजवान युवा के रूप में, उनकी दोस्ती हेन्री आर. बैस्टो (प्लाइमाउथ ब्रैदर्न का सदस्य) से हुई जिसने वास्तुकार छात्र के रूप में भी काम किया और जो बैप्टिस्ट चर्च में वयस्क बपतिस्मा की तैयारी कर रहा था। हार्डी ने धर्म परिवर्तन पर विचार तो किया पर फिर परिवर्तित न होने का फैसला किया।[7] बैस्टो ऑस्ट्रेलिया चला गया, लंबे अरसे तक उनके बीच पत्राचार चलता रहा लेकिन अंततः हार्डी इस आदान-प्रदान से थक गए और पत्राचार बंद हो गया। इसके साथ ही बैपटिस्ट के साथ हार्डी का संबंध समाप्त हो गया।

जीवन में भाग्य के बारे में हार्डी का विचार परमेश्वर के साथ दार्शनिक संघर्ष में परिलक्षित हुआ। हालांकि हार्डी का विश्वास बरकरार रहा किन्तु जीवन की विडंबनाओं और संघर्षों के कारण उन्होंने परमेश्वर के बारे में पारंपरिक ईसाई दृष्टिकोण पर सवाल उठाए:

The Christian god — the external personality — has been replaced by the intelligence of the First Cause…the replacement of the old concept of God as all-powerful by a new concept of universal consciousness. The 'tribal god, man-shaped, fiery-faced and tyrannous' is replaced by the 'unconscious will of the Universe' which progressively grows aware of itself and 'ultimately, it is to be hoped, sympathetic'.[8]

हार्डी के धार्मिक जीवन में अज्ञेयवाद, आस्तिकता और अध्यात्मवाद का मिला-जुला रूप देखने को मिलता है। एक बार, जब एक पादरी ने पत्र द्वारा पीड़ा की यातना को प्यार करने वाले परमेश्वर की नेकी के साथ मिलाने को कहा, हार्डी ने जवाब दिया,

Mr. Hardy regrets that he is unable to offer any hypothesis which would reconcile the existence of such evils as Dr. Grosart describes with the idea of omnipotent goodness. Perhaps Dr. Grosart might be helped to a provisional view of the universe by the recently published Life of Darwin, and the works of Herbert Spencer, and other agnostics.[9]

फिर भी, हार्डी अक्सर ब्रह्मांड को नियंत्रित करने वाली अलौकिक शक्तियों के बारे में सोचा करते थे और लिखा करते थे, वह ऐसा किसी दृढ़ विश्वास की बजाए निरपेक्ष भाव में और मौज में आकर करते थे। इसके अलावा, हार्डी के लेखन से कुछ हद तक भूतों और आत्माओं के प्रति उनके आकर्षण का भी पता चलता है।[9] इन भावनाओं के बावजूद, हार्डी ईसाई उपासना और चर्च की रस्मों से भावनात्मक रूप से जुड़े रहे, विशेषकर जो ग्रामीण समुदायों में प्रचलित हैं, जीवन के प्रारंभिक वर्षों में उन पर इनका बहुत निर्माणात्मक प्रभाव पड़ा और हार्डी के अनेक उपन्यासों में बाइबिल सन्दर्भों की भरमार देखी जा सकती है।

जॉन हिक्स के यहां शिक्षुता के दौरान हार्डी के दोस्तों में शामिल थे होरेस मॉल (हेन्री मॉल के आठ पुत्रों में से एक) और कवि विलियम बार्न्स, दोनो ही पादरी थे। मॉल ज़िंदगी भर हार्डी के करीबी दोस्त रहे और बाइबल की शाब्दिक व्याख्या[10] पर संदेह उठाने वाली नई वैज्ञानिक खोजों से जैसे कि गिदोन मैंटेल की, उनका परिचय करवाया . मॉल ने 1858 में हार्डी को मैंटेल की पुस्तक द वंडर्स ऑफ़ जियोलॉजी (1848) की प्रति दी, एडेलिन बक्लैंड का विचार है कि मैंटेल के भूवैज्ञानिक वर्णन और ए पेयर ऑफ़ ब्लू आइज़ के "क्लिफ़हैंगर" वाले खंड में "अकाट्य समानताएं" हैं। यह सुझाव भी दिया गया है कि ए पेयर ऑफ़ ब्लू आइज़ में हेन्री नाइट का पात्र होरेस मॉल पर आधारित था।[11]

उपन्यास[संपादित करें]

चित्र:Hardy's Cottage.JPG
हायर बॉकहैम्पटन में थॉमस हार्डी का जन्मस्थान, जहां अंडर द ग्रीनवुड ट्री और फ़ार फ़्रॉम द मैडिंग क्राउड की रचना हुई

1867 में पूर्ण किया गया हार्डी का पहला उपन्यास, द पूअर मैन एंड द लेडी को प्रकाशित करने के लिए कोई प्रकाशक राजी नहीं हुआ और हार्डी ने पांडुलिपि नष्ट कर दी, इसलिए उपन्यास के कुछ हिस्से ही उपलब्ध हैं। उनके गुरु और दोस्त, विक्टोरियन उपन्यासकार और कवि जॉर्ज मेरेडिथ ने उन्हें दोबारा प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। डेस्परिट रेमेडीज़ (1871) और अंडर द ग्रीनवुड ट्री (1872) अज्ञात रूप से प्रकाशित किए गए थे। हार्डी के अपनी पहली पत्नी के साथ प्रणय संबंधों पर आधारित उपन्यास ए पेयर ऑफ़ ब्लू आइज़ 1873 में उनके अपने नाम से प्रकाशित हुआ। "क्लिफ़हैंगर" शब्द का उद्भव इस कहानी के धारावाहिक रूपांतर से माना जाता है (जो सितम्बर 1872 और जुलाई 1873 के बीच टिंस्लेज़ मैगज़ीन में प्रकाशित हुआ) जिसमें एक नायक हेन्री नाइट को वास्तव में चट्टान से लटकता हुआ छोड़ दिया जाता है।

हार्डी ने कहा कि उन्होंने पहली बार वेसेक्स को अपने अगले उपन्यास फ़ार फ़्रॉम द मैडिंग क्राउड (1874) में पेश किया। यह इतना सफल रहा कि हार्डी ने वास्तुशिल्प का काम छोड़कर साहित्य को अपनी जीवन-वृत्ति के रूप में अपना लिया। अगले पच्चीस सालों के समयकाल में हार्डी ने दस से अधिक उपन्यासों की रचना की।

हार्डी परिवार लंदन से येओविल और फिर स्टरमिंस्टर न्यूटन चला गया, जहां उन्होंने द रिटर्न ऑफ़ द नेटिव (1878) की रचना की। 1885 में, वे अंतिम बार डोरचेस्टर के बाहर हार्डी द्वारा डिज़ाइन किए गए और उनके भाई द्वारा निर्मित मकान मैक्स गेट में जा बसे। यहां उन्होंने द मेयर ऑफ़ केस्टरब्रिज (1886), द वुडलैंडर्स (1887) और टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स (1891) लिखे, इनमें से अंतिम उपन्यास में "पतित स्त्री" के सहानुभूतिपूर्ण चित्रण की काफ़ी आलोचना की गई और शुरू में इसके प्रकाशन से इन्कार कर दिया गया था। इसके उपशीर्षक, ए प्योर वुमन: फ़ेथफ़ुली प्रेज़ेंटेड की मंशा विक्टोरिया काल के मध्यम वर्ग पर उँगली उठानी थी।

1895 में प्रकाशित जूड द ऑबस्क्योर में यौन के मुक्त विवेचन की विक्टोरियन जनता ने ओर भी निंदा की और इसे प्रायः "जूड द ऑबसीन" कहकर पुकारा जाता था। कामोन्माद जैसी संकल्पनाओं को प्रस्तुत कर विवाह की संस्था पर खुलेआम चोट करने के लिए भारी रूप से निंदित इस पुस्तक ने हार्डी के पहले से डांवाडोल वैवाहिक जीवन पर और नकारात्मक दवाब डाला क्योंकि एमा हार्डी को चिंता थी कि जूड द ऑबस्क्योर को आत्मकथा के रूप में पढ़ा जाएगा. कुछ पुस्तक विक्रेताओं ने उपन्यास को भूरे रंग के लिफ़ाफ़ों में डालकर बेचा और कहा जाता है कि बिशप ऑफ़ वेकफ़ील्ड ने अपनी प्रति जला दी। [6] 1912 के अपने उपसंहार में, हार्डी ने इस घटना का हवाला मज़ाक के तौर पर पुस्तक के कैरियर का भाग कहकर दिया: "प्रेस के इन (उग्र) फ़ैसलों के बाद इसका अगला दुर्भाग्य एक बिशप द्वारा जलाया जाना था - शायद मुझे न जला पाने की हताशा में".[12]

इस आलोचना के बावजूद, 1900 के दशक तक कई बेहद सफल उपन्यास लिखकर हार्डी अंग्रेजी साहित्य में अपना स्थान बना चुके थे किन्तु अपनी दो बड़ी कृतियों पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया से उनमें विरक्ति जाग उठी और उन्होंने उपन्यास लेखन पूरी तरह छोड़ दिया। हार्डी द्वारा लिखित अन्य उपन्यासों में शामिल है खगोल विज्ञान के जगत पर आधारित एक प्रेम कहानी टू ऑन ए टावर

साहित्यिक विषय[संपादित करें]

हालांकि उन्होंने काफ़ी कविताएं लिखीं पर 1898 तक अधिकतर अप्रकाशित ही रहीं इसलिए हार्डी को 1871 और 1895 के बीच लिखे उपन्यासों की श्रृंखला और छोटी कहानियों के लिए ही ज़्यादा याद किया जाता है। उनके उपन्यास वेसेक्स, दक्षिण और दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड का विशाल क्षेत्र जिसका नाम उस क्षेत्र के एंग्लो-सैक्सन राज्य के नाम पर पड़ा, के काल्पनिक जगत की पृष्ठभूमि में रचित हैं। हार्डी दो दुनियाओं का हिस्सा थे। अपने बचपन के ग्रामीण जीवन से भी उनका गहरा भावनात्मक लगाव था पर साथ ही वह हो रहे परिवर्तनों और प्रचलित सामाजिक समस्याओं, कृषि क्षेत्र में नवाचारों से - औद्योगिक क्रांति के कारण अंग्रेजी देहात में हुए परिवर्तनों से ज़रा पहले के युग की नब्ज़ पकड़ने से लेकर - विक्टोरियन समाज के यौन व्यवहार के अनौचित्य और पाखंड के प्रति वह जागरूक थे

हार्डी ऐसे सामाजिक बन्धनों के आलोचक थे जो 19वीं सदी में रहने वाले लोगों के जीवन में बाधा डालते थे। विक्टोरिया काल के यथार्थवादी लेखक माने जाने वाले हार्डी ने सामाजिक बन्धनों को परखा जो विक्टोरियन यथास्थिति का हिस्सा हैं और माना कि ये बन्धन सभी शामिल लोगों के जीवन में बाधा डालते हैं और आखिरकार दुख का कारण बनते हैं। टू ऑन ए टावर में हार्डी इन नियमों के खिलाफ़ आवाज़ उठाते दिखाई पड़ते हैं और सामाजिक संरचना की पृष्ठभूमि में एक कहानी रचते हैं, प्रेम की ऐसी दास्तान जो वर्ग की सीमाओं को पार लेती है। पाठक प्रेम के लिए स्थापित परंपराओं को तोड़ने का विचार करने पर मजबूर हो जाता है। उन्नीसवीं सदी के समाज में ये परम्पराएं लागू हैं और सामाजिक दबाव इनका अनुपालन सुनिश्चित करता है। स्विथिन सेंट क्लीव का आदर्शवाद उन्हें समकालीन सामाजिक बन्धनों के मुकाबले में खड़ा कर देता है। एक आत्म-इच्छाशक्ति वाले मनुष्य को सामाजिक नियमों और आचार के कड़े नियंत्रण का सामना करना है।

In a novel structured around contrasts, the main opposition is between Swithin St Cleeve and Lady Viviette Constantine, who are presented as binary figures in a series of ways: aristocratic and lower class, youthful and mature, single and married, fair and dark, religious and agnostic…she [Lady Viviette Constantine] is also deeply conventional, absurdly wishing to conceal their marriage until Swithin has achieved social status through his scientific work, which gives rise to uncontrolled ironies and tragic-comic misunderstandings (Harvey 108).

हार्डी की कहानियाँ जीवन की घटनाओं और उनके प्रभावों पर विचार करती हैं। उनके बहुत से उपन्यासों के विषयगत आधार के रूप में भाग्य एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पात्र निरंतर स्वंय को जीवन के चौराहे पर खड़ा पाते हैं जो अवसर और परिवर्तन के बिंदु का प्रतीक है। फ़ार फ़्रॉम द मैडिंग क्राउड जीवन की ऐसी कहानी कहती है जिसका निर्माण संयोग ने किया है। "उदाहरणार्थ अगर बथशेबा ने वेलन्टाइन न भेजा होता, अगर फ़ैनी उसकी शादी पर मौजूद होती, तो कहानी ने एकदम अलग मोड़ ले लिया होता."[13] समय का चक्र चल पड़ा है तो पूरा होकर ही रहेगा. हार्डी के पात्र भाग्य के शिकंजे में फंसे हैं।

हार्डी 19वीं सदी के ग्रामीण जीवन का सजीव चित्रण करते हैं, जो अपने सभी सुख और दुख के साथ अंधविश्वासों और अन्याय से भरा भाग्यवादी जगत है। उनके नायक और नायिकाएं अक्सर समाज से कटे हुए होते हैं और उन्हें शायद ही कभी दोबारा अपनाया जाता है। वह अपने उपन्यासों में मुख्य रूप से मध्यम वर्ग के लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं और उन पर भाग्य की भावशून्य और नकारात्मक शक्तियों पर बल देते हैं। अपनी पुस्तकों में हार्डी मौलिक जुनून, गहरी भावना और अज्ञेय परिवर्तन का शिकार घातक एवं गलत अवधारणा वाले कानूनों के खिलाफ़ संघर्ष करती मानवीय इच्छा को दर्शाते हैं। उदाहरणार्थ टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स समाप्त होती है:

Justice was done, and the President of the Immortals, in Æschylean phrase, had ended his sport with Tess. And the d'Urberville knights and dames slept on in their tombs unknowing. The two speechless gazers bent themselves down to the earth, as if in prayer, and remained thus a long time, absolutely motionless: the flag continued to wave silently. As soon as they had strength they arose, joined hands again, and went on.

विशेष रूप से, हार्डी का उपन्यास जूड द ऑबस्क्योर अंतिम विक्टोरिया काल के संकट की भावना से ओत-प्रोत है (जैसा कि मैथ्यू आर्नल्ड के डोवर बीच में दिखाया गया है)। इसमें दो नए सामाजिक प्रकार के व्यक्तियों की त्रासदी का वर्णन है, जूड फॉली, कामकाजी आदमी जो स्वंय शिक्षित होने का प्रयास करता है और उसकी प्रेमिका और चचेरी बहन सू ब्राइडहैड जो 1890 के दशक की 'नई स्त्री' का प्रतिनिधित्व करती है।[14]

उनकी महारत, लेखक और कवि दोनों के रूप में, सूक्ष्म अवलोकन और तीव्र संवेदनशीलता के माध्यम से खोज करते हुए प्राकृतिक वातावरण के सृजन में निहित है। छोटी से छोटी बात भी उनकी नज़र से नहीं चूकती, इसके साथ ही वह उदास या सौम्य मौज में अपने वेसेक्स के विशाल परिदृश्य को भी चित्रित करने में सक्षम हैं।[15] (मार्मिक चित्रण के लिए उनकी दृष्टि - जैसे टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स के अंत में छत पर फैलते रक्त के धब्बे और नन्हें जूड का आत्महत्या वाला नोट - उन्हें अखबार में छपी असली घटनाओं की कतरनों से मिली)।

काव्य[संपादित करें]

अनेक कविताओं की पूर्ण विषय वस्तु के लिए बाह्य लिंक अनुभाग देखें

1898 में हार्डी ने 30 वर्षों से ज़्यादा अवधि के दौरान लिखी गई कविताओं का अपना पहला काव्यसंग्रह वेसेक्स पोयम्स प्रकाशित किया। हार्डी का दावा था कि कविता उनका पहला प्यार है और 1928 में अपनी मृत्यु तक वह संग्रह प्रकाशित करते रहे। हालांकि उनके समकालिकों ने उपन्यासों की तरह उनकी कविताओं का स्वागत नहीं किया, हार्डी को अब बीसवीं सदी के महानतम कवियों के रूप में मान्यता प्राप्त है। उनकी कविताओं का बाद के लेखकों पर गहरा प्रभाव पड़ा, विशेषकर फिलिप लार्किन जिसने 1973 में संपादित ऑक्सफ़ोर्ड बुक ऑफ़ टवेंटियथ सेंचुरी इंगलिश वर्स के संस्करण में हार्डी की कई कविताओं को शामिल किया।

हाल में लिखी हार्डी की एक जीवनी में, क्लेयर टॉमलिन ने तर्क पेश किया है कि अपनी पहली पत्नी एमा की मृत्यु के बाद ही हार्डी वास्तविक रूप में अंग्रेजी के महान कवि बने, शुरुआत हुई उसकी याद में लिखे शोक-गीतों से, उसने इन कविताओं को, "अंग्रेजी काव्य में मृतकों का बेहतरीन और अजब अनुष्ठान" करार दिया है।[16]

उनकी अधिकांश कविताएं जैसे "न्यूट्रल टोन्स" जीवन और प्रेम में निराशा तथा मानवीय पीड़ा के प्रति निरपेक्षता के विरूद्ध लंबे समय से चले आ रहे मानवता के संघर्ष के विषय में हैं। "द डार्कलिंग थ्रश" और "एन ऑगस्ट मिडनाइट" जैसी कुछ कविताएं काव्य लेखन के बारे में हैं क्योंकि उनमें वर्णित प्रकृति से हार्डी को उन्हें लिखने की प्रेरणा मिलती है। अक्सर साधारण दिखते विषयों में पश्चाताप की हूक सुनाई देती है। उनकी रचनाएं तीन-खंडों वाले महाकाव्य श्रव्य द डाइनैस्ट्स से लेकर छोटे और प्रायः आशावादी या खुशी के पलों के गाथागीत जैसे लगभग अज्ञात "द चिल्ड्रन एंड सर नेमलैस", मार्टिन्स के मकबरों, एथलहैम्पटन के निर्माताओं से प्रेरित हास्य कविता की विभिन्न शैली में मिलती हैं। वेसेक्स पोयम्स में विशेष रूप से प्रमुख विषयवस्तु उन्नीसवीं सदी पर नेपोलियन के युद्धों की लंबी छाया है उदाहरणार्थ, "द सार्जेंट सांग" और "लेपज़िग" में और जिस तरह वे यादें अंग्रेजी परिदृश्य और इसके निवासियों में वास करती हैं।

हार्डी की कुछ कविताएं जैसे "द ब्लाइंडेड बर्ड" (खेल के विरूद्ध एक उदासी भरी तर्कपूर्ण रचना)) प्राकृतिक जगत के प्रति उनके प्रेम और पशु क्रूरता के खिलाफ़ उनके दृढ़ रूख को दर्शाती हैं जो उनके जीवच्छेदनविरोधी विचारों और RSPCA की सदस्यता से भी व्यक्त होता है।[17]

जिन संगीतकारों ने हार्डी के पाठ्य को संगीत दिया है उनमें शामिल हैं गेराल्ड फ़िन्ज़ी, जिसने हार्डी की कविताओं के लिए छह गीत-चक्र बनाए हैं, बेंजामिन ब्रिटन जिसका गीत-चक्र विंटर वर्ड्स हार्डी के काव्य पर आधारित है, राल्फ़ वॉन विलियम्स और गुस्ताव होल्स्ट. होल्स्ट की भी आखिरी आर्केस्ट्रा संबंधी रचना एडगॉन हीथ हार्डी के काम पर आधारित है। संगीतकार ली हॉयबी द्वारा "द डार्कलिंग थ्रश" की सेटिंग मल्टीमीडिया ओपेरा डार्कलिंग का आधार बना और टिमॉथी टकाच, सेंट ओलफ़ के स्नातक ने भी चार-भाग मिश्रित गायक-वृन्द के लिए "द डार्कलिंग थ्रश" का संयोजन किया है।

उपन्यासों में अवस्थितियां[संपादित करें]

साँचा:Off-topic-other

बर्कशायर उत्तरी वेसेक्स है, डेवॉन लोअर वेसेक्स है, डोरसेट दक्षिण वेसेक्स है, सोमरसेट बाहरी या निचला वेसेक्स है, विल्टशायर मध्य-वेसेक्स है,

बेरे रीजिस टेस का किंग्स-बेरे है, बिनकॉम्ब डाउन चौराहा ए मेलन्कली हसर में सेना द्वारा वध किए जाने का दृश्य है। यह एक सत्य कथा है, जर्मन सेना के भगोड़ों को 1801 में गोली मार दी गई थी और उनके नाम पल्ली रजिस्टर में दर्ज है। बिंडन एबे जहां क्लेयर उसे ले गए। बोर्नमाउथ हैंड आफ़ इथलबर्टा की सैंडबर्न और टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स है, ब्रिडपोर्टपोर्ट ब्रेडी है, चारबरो हाउस और 50°46′38.75″N 2°6′7.09″W / 50.7774306°N 2.1019694°W / 50.7774306; -2.1019694पर इसकी फ़ॉली टावर उपन्यास टू ऑन ए टावर में वेलैंड हाउस का मॉडल है। कॉर्फ़ कासल हैंड ऑफ़ इथलबर्टा का कॉर्व्सगेट-कासल है। क्रेनबर्न चेज़ टेस के फरेब का द चेज़ दृश्य है। (नोट - बॉउरचॉक पर 51°0′30.75″N 1°59′18.30″W / 51.0085417°N 1.9884167°W / 51.0085417; -1.9884167 पर क्रेनबर्न चेज़ जॉन श्लेज़िंगर की 1967 फिल्म फ़ार फ़्रॉम द मैडिंग क्राउड में भयानक आग वाली जगह थी।) मिल्बर्न सेंट एंड्रयू फ़ार फ़्रॉम द मैडिंग क्राउड में "मिलपोंड सेंट जूडस" है। चारबरो हाउस[18] स्टरमिंस्टर मार्शल और बेरे रीजिस के बीच स्थित है। चारबरो हाउस और इसकी फ़ॉली टावर[19] 50°46' 38.75" N 2°6′7.09″W / 50.7774306°N 2.1019694°W / 50.7774306; -2.1019694 थॉमस हार्डी के टू ऑन ए टावर उपन्यास में वेलैंड हाउस का मॉडल है।[18] लिटल इंग्लैंड कॉटेज, मिल्बर्न सेंट एंड्रयू स्विथिन सेंट क्लीवज़ के घर की जगह है और आज तक उसी रूप में वर्णित है। डोरचेस्टर, डोरसेट केस्टरब्रिज है, द मेयर ऑफ़ केस्टरब्रिज का दृश्य. सोमरसेट में डन्स्टर कासल ए लॉडिशिअन का कासल डी स्टैंसी है। फॉरडिंग्टन मूर डर्नओवर मूर और फ़ील्ड्स है। बेरे रीजिस के पास ग्रीनहिल फ़ेयर वुडबरी हिल फ़ेयर है, लल्वर्थ कोव लल्स्टेड कोव है, मार्नहल टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स की मार्लेट है, एवरशॉट के पास मेल्बरी हाउस ए ग्रुप ऑफ़ नोबल डेम्स में ग्रेट हिंटॉक कोर्ट है। मिंटेरेन लिटल हिंटॉक है, ओएरमोइन वेसेक्स टेल्स में नेदर मॉयन्टन है।

पिडलहिन्टन और पिडल ट्रेनथाइड ए फ़यू क्रस्टेड कैरेक्टर्स के लोंगपडल हैं। पडलटाउन हीथ, मोर्टन हीथ, टिनक्लेटन हीथ और बेरे हीथ एडॉन हीथ हैं। लाइफ़्स लिटल आयरनीज़ में पूल हेवनपूल है। पोर्टलैंड द परसूट ऑफ़ द वेल-बिलव्ड का दृश्य है। पडलटाउन वैदरबरी है फ़ार फ़्रॉम द मैडिंग क्राउड में, रीवर फ़्रोम वैली टेस में टलबोथेज़ डेयरी का दृश्य है। सैल्सबरी ऑन द वेस्टर्न सरक्युट, लाइफ़्स लिटल आयरनीज़ और जूड द ऑबस्क्योर आदि में मेल्चेस्टर है। शैफ़्टस्बरी टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स और जूड द ऑबस्क्योर में शैस्टन है। शेरबर्न शैर्टन-अब्बास है, शेरबर्न कासल ए ग्रुप ऑफ़ नोबल डेम्स में लेडी बैक्सबी का घर है। स्टोनहेन्ज टेस की आशंका का दृश्य है। सटन पॉयन्ट्ज़ ओवरकॉम्बे है। स्वॉनएज हैंड ऑफ़ इथलबर्टा का नॉलसी है। टाउन्टन हार्डी की कविताओं और उपन्यासों दोनों में टोनबोरो के रूप में जाना जाता है। वॉन्टेज जूड द ऑबस्क्योर का अल्फ़्रेडस्टन है। फ़ॉली, बर्कशायर जूड द ऑबस्क्योर का मैरीग्रीन है। वेहिलवेडन प्रायर्स है, वेमाउथ बडमाउथ रेजिस है, ट्रम्पेट मेजर और अन्य उपन्यासों के भागों का दृश्य; विनचेस्टर विन्टन्सेस्टर है जहां टेस का वध किया गया था। विम्बर्न टू ऑन ए टॉवर का वॉरबर्न है। डोरचेस्टर के पास वुल्फ़टन हाउस ए ग्रुप ऑफ़ नोबल डेम्स में द लेडी पेनेलोप का दृश्य है। वुल स्टेशन के पास वुलब्रिज ओल्ड मैनर हाउस टेस के बयान और हनीमून का दृश्य है।

प्रभाव[संपादित करें]

डी.एच.लॉरेंस की स्टडी ऑफ़ थॉमस हार्डी (1936) के प्रेरणा स्रोत हार्डी हैं। हालांकि यह कार्य एक मानक साहित्यिक अध्ययन की बजाए लॉरेंस के अपने दर्शन को विकसित करने का मंच बन गया, जिस तरह हार्डी पात्रों का निरूपण करते हैं उसका प्रभाव और हार्डी के उपन्यासों की केंद्र-बिंदु तत्वमीमांसा के प्रति लॉरेंस की अपनी प्रतिक्रिया ने द रेनबो (1915, दमित) और वुमन इन लव (1920, निजी प्रकाशन) के विकास में काफ़ी मदद की। डब्ल्यू सोमरसेट मॉघैम के उपन्यास केक्स एंड ऐल में उपन्यासकार एडवर्ड ड्रिफ़ील्ड के पात्र पर स्पष्ट रूप से हार्डी का प्रभाव था। क्रिस्टोफ़र डुरैंग के द मैरिज ऑफ़ बेट एंड बू की कथा में थॉमस हार्डी के कार्य प्रमुखता से दिखाई देते हैं जिसमें टेस ऑफ़ दी डीउर्बरविल्स के विश्लेषणात्मक स्नातक थीसिस में मैट के परिवार के तंत्र रोग के विश्लेषण का उल्लेख मिलता है।

कृतियां[संपादित करें]

गद्य[संपादित करें]

हार्डी ने अपने उपन्यासों और संग्रहित लघु कथाओं को तीन वर्गों में विभाजित किया:

चरित्र और पर्यावरण संबंधी उपन्यास

रोमांस और कल्पना

नॉवल्स ऑफ़ इनजेनयुटी

हार्डी ने कई लघु किस्सों और एक सहयोगात्मक उपन्यास, द स्पैक्टर ऑफ़ द रिअल (1894) भी लिखा. एक और लघु कहानी संग्रह, उपर्युक्त वर्णित के अतिरिक्त, ए चेंज्ड मैन एंड अदर टेल्स (1913) है। उनकी कृतियों को 24-खंड वेसेक्स संस्करण (1912-13) और 37-खंड मेलस्टॉक संस्करण (1919-20) के रूप में एकत्र किया गया है। उनकी बड़े पैमाने पर स्वंय-लिखी आत्म-जीवनी उनकी दूसरी पत्नी के नाम से 1928-30 के बीच दो खंडों, द अर्ली लाइफ़ ऑफ़ थॉमस हार्डी, 1840-91 और द लेटर यिर्ज़ ऑफ़ थॉमस हार्डी 1892-1928, मिलती है जो अब माइकल मिल्गेट द्वारा संपादित द लाइफ़ एंड वर्क ऑफ़ थॉमस हार्डी (1984) के नाम से एक-खंड संस्करण के रूप में प्रकाशित की गई है।

लघु कहानी संग्रह

लाइफ़्स लिटल आयरनीज़

लघु कथाएँ (पहले प्रकाशन की तिथि सहित)

  • "हाऊ आई बिल्ट माइसेल्फ़ ए हाउस" (1865)
  • "डेस्टनी एंड ए ब्लू क्लॉक" (1874)
  • "द थीव्ज़ हू कुडन्ट स्टॉप स्नीज़िंग" (1877)
  • "द डचेज़ ऑफ़ हैम्पटनशायर" (1878)
  • "द डिस्ट्रैक्टेड प्रीचर" (1879)
  • "फ़ेलो टाउन्समैन" (1880)
  • "द ऑनरेबल लॉरा" (1881)
  • "व्हाट द शेफ़र्ड सॉ" (1881)
  • "ए ट्रेडिशन ऑफ़ एटीन हंडरेड एंड फ़ोर" (1882)
  • "द थ्री स्ट्रेंजर्स" (1883)
  • "द रोमांटिक एडवेंचर्स ऑफ़ ए मिल्कमेड" (1883)
  • "इंटरलोपर्स एट द नैप" (1884)
  • "ए मिअर इंटरल्यूड" (1885)(पेंगुइन ग्रेट लव्स सीरीज़ में पुनर्प्रकाशित)
  • "ए ट्रिस्ट एट एन एन्शिएट अर्थवर्क" (1885)
  • "एलिसियाज़ डायरी" (1887)
  • "द वेटिंग सॅपर" (1887-1888)
  • "द विदअर्ड आर्म" (1888)
  • "ए ट्रेजडी ऑफ़ टू एम्बिशन्स" (1888)
  • "द फ़र्स्ट काउंटेस ऑफ़ वेसेक्स" (1889)
  • "ऐना, लेडी बैक्सबी" (1890)
  • "लेडी आइसनवे" (1890)
  • "लेडी मॉटिसफ़ॉन्ट" (1890)
  • "द लेडी पेनेलोप" (1890)
  • "द मार्शियोनेस ऑफ़ स्टोनहेंज" (1890)
  • "स्कवायर पैट्रिक्स लेडी" (1890)
  • "बारबरा ऑफ़ द हाउस ऑफ़ ग्रेब" (1890)
  • "ए मेलन्कली हसर ऑफ़ द जर्मन लीजन" (1890)
  • "ऐबसेन्टमांइडिडनेस इन ए पैरिश में क्वायर" (1891)

  • "विंटर्स एंड द पामलीज़" (1891)
  • "फॉर कॉन्शन्स सेक" (1891)
  • "इनसिडेन्ट इन मिस्टर क्रुकहिल्स लाइफ़" (1891)
  • "द डॉक्टर्स लेजेंड" (1891)
  • "एंड्री सैचल एंड द पार्सन एंड क्लर्क" (1891)
  • "हिस्टरी ऑफ़ दी हार्डकम्स" (1891)
  • "नेटी सार्जंट्स कॉपीहोल्ड" (1891)
  • "ऑन द वेस्टर्न सरक्युट" (1891)
  • "ए फ़यू क्रस्टेड कैरेक्टर्स: इंट्रोडक्शन" (1891)
  • "द सुपरस्टीशियस मैन्स स्टोरी" (1891)
  • "टोनी काइट्स, द आर्च डिसीवर" (1891)
  • "टू प्लीज़ हिज़ वाइफ़" (1891)
  • "द सन्स वीटो" (1891)
  • "ओल्ड एंड्रीज़ एक्सपीरियन्स एज़ ए म्युजिशियन" (1891)
  • "आवर एक्लप्लॉयट्स एट वेस्ट पोली" (1892-1893)
  • "मास्टर जॉन हॉर्सली, नाइट" (1893)
  • "द फ़िडलर ऑफ़ द रील्ज़" (1893)
  • "एन इमेजिनेटिव वुमन" (1894)
  • "द स्पैक्टर ऑफ़ द रियल" (1894)
  • "ए कमेटी-मैन ऑफ़ 'द टैरर'" (1896)
  • "द ड्यूक्स रीअपियरेन्स" (1896)
  • "द ग्रेव बाय द हैंडपोस्ट" (1897)
  • "ए चेंज्ड मैन" (1900)
  • "एंटर ए ड्रैगन" (1900)
  • "ब्लू जिमी:द हॉर्स स्टीलर" (1911)
  • "ओल्ट मिसेज़ चंडल" (1929)
  • "द अनकॉन्करेबल" (1992)

काव्य संग्रह[संपादित करें]

  • द फ़ोटोग्राफ़ (1890)
  • वेसेक्स पोयम्स एंड अदर वर्सेज (1898)
  • पोयम्स ऑफ़ द पास्ट एंड प्रेज़ेंट (1901)
  • द मैन ही किल्ड (1902)
  • टाइम्स लाफ़िगस्टॉक्स एंड अदर वर्सेज (1909)
  • द वॉयस (1912)
  • सैटायर्स ऑफ़ सरक्मस्टांस (1914)
  • मोमेन्टस ऑफ़ विज़न (1917)
  • क्लेक्टेड पोयम्स (1919)
  • लेट लिरिक्स एंड अरलियर विद मैनी अदर वर्सेज (1922)
  • ह्युमन शोज़, फ़ार फेंटेसीज़, सोंग्स एंड ट्राइफ़ल्ज़ (1925)
  • विन्टर वर्ड्स इन वेरियस मूड्स एंड मीटर्स (1928)
  • द कम्पलीट पोयम्स (मैकमिलन, 1976)
  • सेलेक्टेड पोयम्स (हैरी थॉमस द्वारा संपादित, पेंगुइन, 1993)
  • हार्डी:पोयम्स (एवरीमैन्स लाइब्रेरी पॉकेट पोयट्स, 1995)
  • थॉमस हार्डी काव्य: सेलेक्टेड पोयट्री एंड नॉनफ़िक्शनल परोज़ (सेंट मार्टिन्ज़ प्रेस, 1996)
  • सेलेक्टेड पोयम्स (रॉबर्ट मेज़ी द्वारा संपादित, पेंगुइन, 1998)
  • थॉमस हार्डीः द कम्पलीट पोयम्स (जेम्स गिब्सन द्वारा संपादित, पालग्रेव, 2001)

नाटक[संपादित करें]

नोट्स[संपादित करें]

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  2. गिब्सन, जेम्स (एड.) (1975) Chosen Poems of Thomas Hardy, London: Macmillan Education; p.9.
  3. हार्डी, एमा (1961)Some Recollections by Emma Hardy; with some relevant poems by Thomas Hardy; ed. by Evelyn Hardy & R. Gittings. लंदन: ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस
  4. "Thomas Hardy — the Time-Torn Man" (इसी नाम से क्लेयर टॉमलिन की पुस्तक), बीबीसी रेडियो 4, 23 अक्टूबर 2006
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  7. Claire Tomalin, Thomas Hardy, The Time Torn Man(पेंगुइन, 2007), pp.46–47.
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  11. "Adelene Buckland: Thomas Hardy, Provincial Geology and the Material Imagination". मूल से 1 अप्रैल 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2010.
  12. Hardy, Thomas (1998). Jude the Obscure. Penguin Classics. पृ॰ 466. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0140435387. मूल से 19 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2010.
  13. "Far from the Madding Crowd, Thomas Hardy — Introduction" Archived 2010-01-15 at the वेबैक मशीन (Twentieth-Century Literary Criticism. Ed. Linda Pavlovski. खण्ड 153. गेल ग्रुप, इंक, 2005. eNotes.com. 2006. 12 मार्च 2008) eNotes.com (पुनःप्राप्त 7 सितमबर 2009)
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  15. A Short History of English Literature, Émile Legouis, Oxford Clarendon Press, 1934
  16. टॉमलिन, क्लेयर. "Thomas Hardy." न्यू यॉर्क: पेंगुइन, 2007.
  17. Herbert N. Schneidau. "Waking Giants: The Presence of the Past in Modernism". अभिगमन तिथि 16 अप्रैल 2008.(गूगल पुस्तकें)
  18. "संग्रहीत प्रति". मूल से 22 सितंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2010.
  19. "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2010.

सन्दर्भ[संपादित करें]

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