तुल्यकालिक कलापरिवर्तित्र

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एक तुल्यकालिक कलापरिवर्तित्र
तुल्यकालिक मोटर का V-वक्र : अपने इसी वैशिष्ट्य के कारण ओवर-इक्साइट करने पर यह मोटर लीडिंग धारा लेता है।

विद्युत इंजीनियरी में तुल्यकालिक कलापरिवर्तित्र (synchronous condenser या synchronous capacitor या synchronous compensator), तुल्यकालिक मोटर जैसी युक्ति है जो मोटर जैसे काम करने के बजाय शक्ति गुणक में सुधार करने के लिये प्रयुक्त होती है। अतः इसके शाफ्ट पर कोई लोड नहीं जोड़ा जाता। इसकी क्षेत्र धारा को बदलने पर इसके आर्मेचर द्वारा ली गयी धारा की कला (फेज) बदलता है। किसी नियत यांत्रिक लोड की दशा में, क्षेत्र धारा के एक निश्चित मान के लिये इसका आर्मेचर एकल शक्ति गुणक की धारा लेता है। यदि क्षेत्र धारा को इससे अधिक किया जाता है तो यह मशीन लीडिंग शक्ति गुणक की धारा लेने लगता है। इस दशा में इस मोटर को 'ओवर-इक्साइटेड' कहा जाता है। इंडक्शन मोटर और ट्रान्सफॉर्मर आदि के लगाने से शक्ति गुणक में जो खराबी आती है (लैगिंग पॉवेर फैक्टर की समस्या), उसे सुधारने के लिये तुल्यकालिक कलापरिवर्तित्र का उपयोग किया जाता है।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]