तिजारा जैन मंदिर
तिजारा जैन मंदिर राजस्थान के अलवर जिले में स्थित एक प्रमुख जैन मंदिर है। मंदिर अलवर से ५५ और दिल्ली से ११० किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह एक "अतिशय क्षेत्र" है।[1] यह मंदिर वर्तमान अवसर्पिणी काल के आठवें तीर्थंकर, चन्द्रप्रभ स्वामी को समर्पित है।
इतिहास[संपादित करें]
१६ अगस्त १९५६ को सफ़ेद रंग की चन्द्रप्रभ भगवान की एक प्रतिमा भूगर्भ से प्राप्त हुई थी। यहाँ स्थित एक टीले से यह मूर्ति निकलने के बाद ऐसा विश्वास हो गया था की यह एक "देहरा" रहा होगा जहाँ जैन मूर्तियों की पूजा होती होगी। मूर्ति मिलने के बाद मंदिर का निर्माण कराया गया था जिसके पश्चात यह फिर से एक प्रमुख जैन तीर्थ बन गया है।[2]
मुख्य वेदी [संपादित करें]
मंदिर में मुख्य वेदी चन्द्रप्रभ भगवान की है। प्रतिमा की ऊंचाई १५ इंच है। प्रतिमा पर अंकित उत्कीर्ण लेख से पता चलता है कि प्रतिमा प्रथम बार विशाख शुक्ल १५५४ के तीसरे दिन स्थापित की गयी थी।
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
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Tijara Jain temple से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "Tijara Jain temples". Jaindharmonline.com. अभिगमन तिथि 2011-06-09.
- ↑ "Alwar - Jain Temple, Tijara". Mapsofindia.com. अभिगमन तिथि 2011-06-09.