तकनीकी विश्लेषण
वित्तीय मामलों में तकनीकी विश्लेषण अथवा टेक्निकल एनालिसिस (अंग्रेज़ी: Technical analysis) विभिन्न प्रतिभूतियों का विश्लेषण करने की विधा है। यह बाज़ार के पिछले आँकड़ों के अध्ययन से कीमत के प्रभाव की दिशा के विश्लेषण और पूर्वानुमान करने की कार्यप्रणाली है जिसमें मुख्य कारक प्रतिभूति की कीमत और मात्रा हैं।[1] सक्रिय प्रबंध के रूप में यह आधुनिक निवेश-सूची सिद्धान्त से विरोधाभाष रखता है। प्रभावी बाजार परिकल्पना में तकनीकी विश्लेषण की प्रभावकारिता विवादित रहती है जिसके अनुसार शेयर बाज़ार की कीमतें आवश्यक रूप से अप्रत्याशित हैं।[2] अतएव तकनीकी विश्लेषण द्वारा दिये गये परिणाम मिश्रित (लाभ और हानि) प्राप्त होते हैं।[3] यह मूलभूत विश्लेषण से भिन्न है। मूलभूत विश्लेषण में किसी कंपनी के वित्तीय विवरण, सेहत और बाज़ार एवं अर्थव्यवस्था की पूर्ण अवस्था को शामिल किया जाता है।
इतिहास
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ (Kirkpatrick & Dahlquist 2006, पृ॰ 3)
- ↑ एंड्र्यू डब्ल्यू॰ लो; जैसमिना जैस्मिना हसनहोडज़िच (2010). The Evolution of Technical Analysis: Financial Prediction from Babylonian Tablets to Bloomberg Terminals [तकनीकी विश्लेषण का क्रमिक विकास: बेबीलोनियाई लेखों से ब्लूमबर्ग कंप्यूटरों तक वित्तीय पूर्वानुमान] (अंग्रेज़ी में). ब्लूमबर्ग प्रेस. पृ॰ 150. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1576603499. अभिगमन तिथि 5 मई 2024.
- ↑ ओस्लेर, करेन (जुलाई 2000). "Support for Resistance: Technical Analysis and Intraday Exchange Rates," FRBNY आर्थिक नीति समीक्षा (मुल्ल अब्सट्रेक्ट और पेपर)।
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- तकनीकी विश्लेषण : कारोबार के संपूर्ण आयाम को जानने की विधा (हिन्दी बिजनेस स्टैण्डर्ड)