डीआरडीओ इंपीरियल ईगल
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इंपीरियल ईगल Imperial Eagle UAV | |
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प्रकार | मिनी-मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) |
उत्पत्ति का देश | ![]() |
उत्पादक | रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन |
अभिकल्पनाकर्ता | वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान[1] |
प्रथम उड़ान | 25 जनवरी 2012 |
स्थिति | उड़ान का परीक्षण किया |
प्राथमिक उपयोक्तागण | राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना |
डीआरडीओ इंपीरियल ईगल (DRDO Imperial Eagle UAV) एक भारतीय हल्के वजन वाला मिनी मानव रहित हवाई वाहन है। इसका विकास रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन की वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान ने किया है।[2] इसका प्रयोग राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड द्वारा किया जाता है। [3][4][5]
विशेष विवरण
[संपादित करें]सामान्य लक्षण
- चालकदल: कोई नहीं
- पेलोड: 250 ग्राम ()
- लंबाई: 1200 मिमी ()
- पंख फैलाव: 1600 मिमी ()
- ऊंचाई: ()
- खाली वजन: 2.3 किलोग्राम ()
- पावर प्लांट: 1 × बीएलडीसी मोटर विंग टर्बोप्रॉप, ()
प्रदर्शन
- अधिकतम गति: 90 किमी/घंटा
- क्रूज गति: 40 किमी/घंटा
- फेरी रेंज: 15 किमी ()
- अधिकतम सेवा सीमा: 15,000 फुट ()
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Flight Demonstration of Micro & Mini Air Vehicles by ADE and NAL". Aeromag. Archived from the original on 19 जुलाई 2015. Retrieved 29 July 2012.
- ↑ "India conducts flight trials of Micro, Mini Air Vehicles". दि इकॉनोमिक टाइम्स. January 25, 2012. Archived from the original on 24 नवंबर 2014. Retrieved 29 July 2012.
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(help) - ↑ "The Imperial Eagle has landed". Archived from the original on 18 फ़रवरी 2013. Retrieved 8 अक्तूबर 2016.
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(help) - ↑ "India conducts flight trials of three MAVs". suasnews. 25 January 2012. Archived from the original on 6 जून 2012. Retrieved 29 July 2012.
- ↑ "Pilotless target aircraft Lakshya-II successfully tested". Yahoo News, Indo Asian News Service. 27 January 2012. Archived from the original on 5 जनवरी 2013. Retrieved 29 July 2012.