पार-साइबेरियाई रेलमार्ग

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नाज़िवाएवस्काया स्टेशन पर अप्रैल के महीने में बर्फ़ से गुज़रती हुई रेल

ट्रांस-साइबेरियाई रेलमार्ग एक प्रसिद्ध रेलमार्ग है जो रूस की राजधानी मास्को को रूस के साइबेरिया क्षेत्र से गुज़रते हुए सूदूर-पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक से जोड़ता है। इसकी शाखाएँ मंगोलिया से गुज़रती हुई चीन भी जाती हैं। यह एक 9,289 किमी लम्बा रेलमार्ग है और इसपर एक छोर से दुसरे छोर तक पूरा सफ़र करने में आठ दिन लग जाते हैं।[1] इसे रूस के शाही ज़माने में सन् 1891-1916 के काल में बनाया गया था। साइबेरिया की आबादी बढ़ाने में और वहाँ के आर्थिक विकास में इस रेलमार्ग का बहुत बड़ा हाथ रहा है। हज़ारों सैलानी भी इसके द्वारा हर वर्ष साइबेरिया की सैर करते हैं और इस पर यात्रा करना विश्व के अनूठे अनुभवों में से एक माना जाता है।[2]

अन्य भाषाओँ में[संपादित करें]

रूसी भाषा में "ट्रांस-साइबेरियाई रेलमार्ग" को "त्रांससिबिरस्काया मागिस्त्राला" (Транссибирская магистраль) कहा जाता है।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. CIS railway timetable, route No. 002, Moscow-Vladivostok. 2009-12-03.
  2. Bryn Thomas. "Trans-Siberian Handbook, 6th edition". Trailblazer Publications, 2003. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781873756706. ... A trip across Siberia on the longest continuous railway track in the world is undoubtedly the journey of a lifetime ...