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त्र्यंबक शेजवलकरमराठी भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक इतिहास विषयक–शोधश्री शिव छत्रपति के लिये उन्हें सन् 1966 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित(मरणोपरांत) किया गया।[1] वे ऐसे पहेले इतिहासकार थे जिन्होंने पनिििित के तीसरे युद्ध पर अध्ययना कििि
त्र्यंबक शेजवलकर जी महाराष्ट्र के जानेमाने इतिहासकार हे. वे महाराष्ट्र के पाहिले एसे इतिहासकार थे जिन्होंने पानीपत के तीसरे युद्धपर अध्ययन कर ग्रंथ लिखा. उनका पानीपत ग्रंथ , पानीपत की तीसरी लाढ़ाई सबसे विश्वसनीय ग्रंथ हे. उन्होंने पानीपत ग्रंथ लिखनेके लिए पेशवाओं के ऐतिहासिक पत्रो का अध्ययन किया ,वे स्वयंम पानीपत के तीसरे युद्ध से जुड़ी जगहोंपर प्रवास केर के आए. आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत त्रयंबक शेजवलकर जी के पानीपत ग्रंथपर आधारित है.