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झेलम का युद्ध

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झेलम के युद्ध के पश्चात सिकंदर और राजा पोरस

झेलम का युद्ध झेलम नदी के किनारे सिकंदर और पंजाब के राजा पोरस के बीच हुआ था। युद्ध के बाद सिकंदर की विजयी लेकिन थकी हुई सेना ने व्यास (विपासा) नदी से आगे बढ़ने से इंकार कर दिया। सिकंदर भारत में लगभग 19 महीने (326 ईसवी पूर्व से 325 ईसवी पूर्व तक) रहा। इसे हाईडेस्पीज (Hydaspes) का युद्ध भी कहते हैं।[1] सिकंदर की मृत्यु 303 ईस्वी पूर्व में बेबीलोन की रात में हो गई सिकंदर का मकबरा अलेक्जेंड्रिया मिस्र में है! सिकंदर के घोड़े का नाम बुकाफेल था| इस युद्ध में सिकंदर ने पोरस को पराजित किया |व्यक्तिगत राय में तो सिकंदर एक लुटेरा था जिसका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ धन कमाना और अपनी धाक जमाना था । इस उद्देश्य में लगभग सफल भी रहा । किंतु झेलम युद्ध से उसे भारतीय राजाओं की वीरता का अदभुत नजारा दिखा ।।।। उसने इसकी तारीफ भी की ।

  1. Bosworth, A. B. (1993). Conquest and Empire: The Reign of Alexander the Great (in अंग्रेज़ी). Cambridge University Press. ISBN 978-0-521-40679-6. Retrieved 14 जुलाई 2021.