ज्योतिरिन्द्रनाथ ठाकुर
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ज्योतिरिन्द्रनाथ ठाकुर | |
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जन्म |
4 मई 1849 कोलकाता, भारत |
मौत |
4 मार्च 1925 राँची |
पेशा | नाटककार, संगीतकार, सम्पादक, और चित्रकार |
जीवनसाथी | कादम्बरी देवी |
ज्योतिरिन्द्रनाथ ठाकुर (4 मई 1849 – 4 मार्च 1925) एक नाटककार, संगीतकार, सम्पादक एवं चित्रकार थे। [1] अपने छोटे भाई रवीन्द्रनाथ ठाकुर की प्रतिभा को उभारने में उनकी बहुत बड़ी भूमिका थी। [2]
कृतियाँ
[संपादित करें]ऐतिहासिक नाटक -पुरुविक्रम (1874), 'सरोजिनी (1875), अश्रुमती (1879), स्वप्नमयी (1882).
व्यंग्य नाटक - किंचित जलजोग (कुछ जलपान, 1873), एम्न कर्म आर करबो ना (ऐसा काम फिर कभी नहीं करूँगा, 1877), हठात नबाब (सहसा शासक, 1884), आलिक बाबू (विचित्र व्यक्ति, 1900).
अनुवाद - कालिदास का अभिज्ञानशाकुन्तलम् और मालतीमाधव (मालती और माधव); सूद्रक का मृच्छकटिक; मार्कस आरेलियस (Marcus Aurelius), मेडिटेशन्स (Meditations), विलियम शेक्सपीय का जुलियस सीजर (नाटक)'; बाल गंगाधर तिलक की 'गीता रहस्य'।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Ahmed, Wakil (2012). "Tagore, Jyotirindranath". प्रकाशित Islam, Sirajul; Jamal, Ahmed A. (संपा॰). Banglapedia: National Encyclopedia of Bangladesh (Second संस्करण). Asiatic Society of Bangladesh.
- ↑ Bandopadhyay, Hiranmay, Thakurbarir Katha, (Bengali में), pp. 106-113, Sishu Sahitya Sansad.