ज्ञानस्वरूप सानन्द
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| स्वामी ज्ञानस्वरूप सानन्द जी डी अग्रवाल | |
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अक्टूबर २०११ में वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ में एक बैठक में स्वामी सानन्द | |
| जन्म |
1932 कांधला, मुजफ्फरनगर जिला, उत्तर प्रदेश, ब्रिटिश राज |
| मौत |
11 अक्टूबर 2018 (उम्र 86 वर्ष) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश, उत्तराखंड, भारत |
| मौत की वजह | अनशन |
| समाधि |
चित्रकूट मध्य प्रदेश भारत |
| आवास | चित्रकूट, मध्य प्रदेश |
| राष्ट्रीयता | भारतीय |
| उपनाम |
गुरु दास अग्रवाल संत स्वामी सानंद |
| शिक्षा | सिविल इंजीनियरी पर्यावरण अभियांत्रिकी |
| शिक्षा की जगह | आई.आई.टी. रुड़की, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले |
| पेशा | पर्यावरण अभियांत्रिकी |
| संगठन | केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भारत सरकार, आईआईटी कानपुर में सिविल और पर्यावरण इंजीनियरिंग |
| पदवी | प्रथम सदस्य सचिव (सीपीसीबी), विभाग के पूर्व प्रमुख (आईआईटी) |
| प्रसिद्धि का कारण | 2009 में भागीरथी नदी पर बांध के निर्माण पर रोक |
| अवधि | आईआईटी कानपुर में 17 साल |
| धर्म | हिन्दू धर्म |
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चित्रकूट मध्य प्रदेश भारत | |
स्वामी ज्ञानस्वरूप सानन्द, मूल नाम गुरु दास अग्रवाल (जन्म 20 जुलाई 1932 - 11 अक्टूबर 2018), भारत के प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी थे। सम्प्रति वे महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय में पर्यावरण विज्ञान के मानद प्राध्यापक (ऑनरेरी प्रोफेसर) थे। २००९ में भागीरथी नदी पर बाँध निर्माण रुकवाने के लिये उन्होने अनशन आरम्भ किया था जो सफल रहा।
वे आई॰ आई॰ टी॰, कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग और पर्यावरण विभाग में प्राध्यापक, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में प्रथम सचिव और राष्ट्रीय नदी संरक्षण निदेशालय के सलाहकार भी रह चुके थे।
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- परिचय : स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद (इण्डिया वाटर पोर्टल)
- मेरा देह दान हो, श्राद्ध नहीं : स्वामी सानंद
- मेरा सबसे वाइड एक्सपोजर तो इंस्टीट्युशन्स के साथ हुआ : स्वामी सानंद
- समस्या यह कि नहर वोट दिलाती है, गंगा नहीं : स्वामी सानन्द
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