जम्मू कश्मीर पुलिस
जम्मू कश्मीर पुलिस (JKP) भारत का जम्मू और कश्मीर प्रांत का सर्वोच्च अपराध निवारण संस्था है । जम्मू-कश्मीर प्रदेश का विघटन के बाद यह केंद्र शासित जम्मू खंड तथा कश्मीर खंड के लिए काम करता है । जम्मू और श्रीनगर में इसके दो मुख्यालय हैं ।
इतिहास
[संपादित करें]जम्मू कश्मीर पुलिस का गठन सबसे पहले वर्ष 1873 में ब्रिटिश सरकार द्वारा किया गया था । उस समय इसका दायरा श्रीनगर शहर तक सीमीत था, जहां एक कोटवाल और 14 थानेदार तैनात थे । इन थानों में चौकीदार और हरकर तैनात थे, जिन्हे इंपेरियाल कश्मीर यूनियन से तनख़ाह मिलती थी । वर्ष 1913 में यहाँ एक इंपेरियाल पुलिस अधिकारी तैनात हुआ । भारत की स्वाधीनता के बाद यहाँ आईपीएस अधिकारी तैनात होने लगे ।[1]
संरचना
[संपादित करें]जम्मू कश्मीर पुलिस भारत सरकार के गृह मंत्रालय की प्रत्यक्ष देख रेख में कार्य करता है । एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ड़ीजीपी पद पर तैनात हैं । [2]
एजन्सियां
[संपादित करें]जम्मू कश्मीर पुलिस की खास ईकाईयों में क्राईम ब्रांच (Intelligence Unit), कोमाण्डो बल, सुरक्षा बटालियन तथा विशेष ऑपरेशन समूह आदि हैं ।
विशेष उपलब्धियां
[संपादित करें]अपराध नियंत्रण क्षेत्र में भारत के अन्य राज्यों के मुक़ाबले जम्मू कश्मीर पुलिस का कार्य-निष्पादन बेहतरीन रहा है । भारत की स्वाधीनता के 75वीं जयंती पर जम्मू कश्मीर पुलिस को 108 वीरता पदक मिले, जो कि सभी राज्यों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।[3] आतंकवाद निर्मूलन क्षेत्र में 62 प्रतिशत पुरस्कार जम्मू कश्मीर पुलिस को ही मिले ।[4] वर्ष 2021 में जम्मू कश्मीर पुलिस को देश में पहली बार तीनों सर्वोच्च वीरता सम्मान, यथा अशोक चक्र, कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र मिले ।[5]
विवादास्पद पहलू
[संपादित करें]जम्मू कश्मीर पुलिस पर अपराधियों को गलत तरीके से छूट देने का[6] तथा अपने ही पुलिस कर्मियों के बारे में बेख़बर रहने का आरोप है ।[7] ओड़ीशा के कवि तपन कुमार प्रधान अपनी किताबों में जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा in his books and social media posts has exposed serious loopholes in criminal investigation by Jammu and Kashmir police[8], खास कर हेमांगी शर्मा धोखाधड़ी मामले में ।[9]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]References
[संपादित करें]- ↑ "जम्मू कश्मीर पुलिस - 1873 से राष्ट्र सेवा में". Archived from the original on 18 October 2018. Retrieved 26 January 2014.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". Archived from the original on 20 अगस्त 2022. Retrieved 31 अक्तूबर 2022.
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(help) - ↑ "जम्मू कश्मीर पुलिस को देश में सर्वाधिक 108 वीरता पदक". हिंदुस्तान टाइम्स. 2022-08-14. Retrieved 2022-10-30.
- ↑ "आतंकवाद के विरुद्ध संग्राम में 62 प्रतिशत पुरस्कार जम्मू कश्मीर पुलिस को". Times of India. 2022-01-26. Retrieved 2022-10-30.
- ↑ "देश में पहली बार जम्मू कश्मीर पुलिस को तीन सर्वोच्च वीरता सम्मान". The Indian Express. 2021-08-15. Retrieved 2022-10-30.
- ↑ "पुलिस की नाकामी हेतु आरोपी रिहा". Daily Excelsior (in Indian English). 2015-02-18. Retrieved 2022-05-24.
- ↑ "जम्मू कश्मीर पुलिस कर्मी लापता संक्रांत मामला". इकनॉमिक टाइम्स (in Indian English). 2017-05-25. Retrieved 2022-05-24.
- ↑ प्रधान, ड़ा तपन कुमार (June 2019). आय, शी अँड द सी. नई दिल्ली: कोहिनूर बुकस. p. 217-228. ISBN 9788194283591.
- ↑ मामला संख्या CA0042018-A065 तारीख 26 जुलाई 2018, पुलिस महानिदेशक, जम्मू और कश्मीर
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