जगत शिरोमणी मन्दिर, आमेर
| जगत शिरोमणि मन्दिर | |
|---|---|
आमेर में स्थित जगत शिरोमणि मंदिर | |
| धर्म संबंधी जानकारी | |
| सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
| देवता | कृष्ण, मीरा बाई, विष्णु |
| अवस्थिति जानकारी | |
| अवस्थिति | आमेर, जयपुर |
| राज्य | राजस्थान |
| देश | भारत |
| भौगोलिक निर्देशांक | 26°59′29″N 75°51′03″E / 26.99127°N 75.85083°Eनिर्देशांक: 26°59′29″N 75°51′03″E / 26.99127°N 75.85083°E |
| वास्तु विवरण | |
| निर्माता | रानी कनकवती |
| निर्माण पूर्ण | 1608 |
| वेबसाइट | |
| आधिकारिक वेबसाइट | |
जगत शिरोमणि मन्दिर एक प्रसिद्ध हिन्दू मन्दिर है जो भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले के आमेर में स्थित है। यह मंदिर भगवान कृष्ण, मीरा बाई तथा विष्णु को समर्पित है। यह भारत के उन विरले मंदिरों में से एक है जहाँ भक्ति आन्दोलन की प्रतीक मीरा बाई को कृष्ण के साथ पूजा जाता है।[1]
इतिहास
[संपादित करें]इस मंदिर का निर्माण 1599 से 1608 ईस्वी के बीच आमेर के राजा मान सिंह प्रथम की पत्नी रानी कनकवती द्वारा अपने दिवंगत पुत्र जगत सिंह की स्मृति में करवाया गया था।[2]
एक लोककथा के अनुसार, इस मंदिर में स्थित श्रीकृष्ण की मूर्ति वही है जिसकी पूजा मीरा बाई चित्तौड़गढ़ में करती थीं। मुगलों के आक्रमण के समय इस मूर्ति को मेवाड़ से आमेर लाकर सुरक्षित रूप से इस मंदिर में स्थापित किया गया।[3][4]
वास्तुकला
[संपादित करें]यह मंदिर भारतीय नागर शैली और मुग़ल स्थापत्य का समन्वय दर्शाता है। मंदिर तीन मंज़िला है, जिसमें गर्भगृह, मंडप और बरामदा शामिल हैं। मंदिर की बाहरी और भीतरी दीवारों पर बारीक नक्काशी की गई है, जिसमें देवी-देवताओं, संगीतज्ञों और पशुओं के चित्र प्रमुख हैं।[5]
मंदिर के प्रवेश द्वार पर मकराना संगमरमर से बना एक अलंकृत तोरण द्वार स्थित है, जिसके दोनों ओर हाथियों की मूर्तियाँ हैं। गर्भगृह के सामने गरुड़ मंडप स्थित है जो भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ को समर्पित है।[6]
धार्मिक महत्व
[संपादित करें]यह मंदिर भक्तिकालीन संत मीरा बाई की आध्यात्मिक भक्ति और भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम का प्रतीक माना जाता है। यह मंदिर भक्ति आन्दोलन के अनुयायियों और कृष्ण-भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। विशेष रूप से जन्माष्टमी के अवसर पर यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।[7][8]
चित्र दीर्घा
[संपादित करें]- बाहरी दृश्य
- वीणा वादन करती मूर्तियाँ
- बारीक नक्काशी
- शिल्पकारी का विवरण
- मंदिर परिसर का पार्श्व दृश्य
- ऊपर से लिया गया दृश्य
- मुख्य द्वार
- तोरण द्वार और मूर्तिकला
- अंदरूनी खंभे और छत
- मंडप का दृश्य
| Sri Jagat Siromani Temple से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमंस पर उपलब्ध है। |
स्रोत
[संपादित करें]- ↑ "जगत शिरोमणि मंदिर के बारे में सब कुछ". आउटलुक ट्रैवलर. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.
- ↑ "जगत शिरोमणि मंदिर: मीरा और कृष्ण को समर्पित". Zee News Hindi. 18 नवम्बर 2022. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.
- ↑ "422 साल पुराना है जगत शिरोमणि मंदिर". दैनिक भास्कर. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.
- ↑ "जगत शिरोमणि मंदिर: जहाँ एक साथ पूजे जाते हैं कृष्ण और मीरा". इंडिया टुडे. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.
- ↑ "जगत शिरोमणि मंदिर: एक सांस्कृतिक धरोहर". Tree of Life Resorts. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.
- ↑ "कृष्ण-मीरा प्रेम का प्रतीक: जगत शिरोमणि मंदिर". एशियानेट हिंदी. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.
- ↑ "एकमात्र मंदिर जहाँ मीरा बाई को कृष्ण के साथ पूजा जाता है". TV9 हिंदी. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.
- ↑ "जहाँ कृष्ण और मीरा साथ विराजमान हैं". ETV भारत. अभिगमन तिथि: 26 जून 2025.