चुम्बकीय लोलक
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चुम्बकीय लोलक (magnetic pendulum) वह दोलक है जिसमें धागे से लटका धातु (लोहा) का लोलक कई चुम्बकों के चुम्बकीय क्षेत्र तथा गुरुत्वीय क्षेत्र के अधीन गति करता है। लोलक के धागे की लम्बाई इतनी रखी जाती है कि वह किसी भी चुम्बक को न छू सके।
इसमें लोलक की गति गुरुत्वीय क्षेत्र तथा चुम्बकों के चुम्बकीय क्षेत्र - दोनों से निर्धारित होता है। यद्यपि इस प्रयोग में लोलक की गति 'अनियमित' दिखती है फिर भी यह 'डिटर्मिनिस्टिक' है। यह गति आरम्भिक स्थितियों (starting conditions) पर निर्भर करती है। इस गति को 'डिटर्मिनिस्टिक केओस' (deterministic chaos) कहा गया है।