चित्रदुर्ग (किला)
चित्रदुर्ग | |
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चित्रदुर्ग का भाग | |
कर्नाटक, भारत | |
निर्देशांक | 14°12′55″N 76°23′43″E / 14.2152°N 76.3953°E |
प्रकार | Fort |
स्थल जानकारी | |
नियंत्रक | Government of Karnataka |
जनप्रवेश | Yes |
दशा | fine |
स्थल इतिहास | |
निर्मित | 18th century |
निर्माता | Nayakas of Chitradurga |
सामग्री | Granite stones |
युद्ध/संग्राम | Nayakas against Hyder Ali in 1760s, 1770s and 1799 |
चित्रदुर्ग, कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में स्थित एक दुर्ग है।
इतिहास
[संपादित करें]चित्रदुर्ग के किले का इतिहास सम्भवतः १५वीं शताब्दी के अंत से १८वीं शताब्दी के प्रारम्भ के बीच का है। इस किले को किसने बनवाया, इसके कोई प्रामाणिक ऐतिहासिक श्रोत नहीं हैं। इतिहासकार इस पर एकमत हैं कि उस कालखण्ड में जो भी उस क्षेत्र का अधिपति रहा उसने इस किले को बनवाने में योगदान दिया, जिसमे सबसे पहले राष्ट्रकूट, चालुक्य और होयसाल प्रमुख थे।इसके बाद भंगी या वाल्मीकि नायक वंश का शासन रहा इनकी राजधानी चित्रदुर्ग थी विजयनगर साम्राज्य के ७७(77) क्षेत्रों पर नायक वंश का शासन रहा है
इस दुर्ग के भीतर १८ मन्दिर हैं और कुछ मस्जिदें हैं जो की हैदर अली के अतिक्रमण के बाद सम्भवतया कुछ मंदिरो को तोड़ कर बनायीं गयी होंगी। इस दुर्ग में बरसाती पानी के संरक्षण की समुचित व्यवस्था थी ताकि इस किले में पानी की कमी न हो। इस किले के लिए वहाँ के तत्कालीन शासकों का हैदर अली से और उसके बाद अन्य राजाओं से कई बार युद्ध हुआ था, पहला १७६० में फिर १७७० में।