चंपारण ज़िला
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चंपारण | |||||||
— जिला — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | भारत | ||||||
राज्य | बिहार | ||||||
जिलाधीश | |||||||
नगर पालिका अध्यक्ष | |||||||
जनसंख्या • घनत्व |
९०००००० लाख (लगभग) (२०११ के अनुसार [update]) | ||||||
क्षेत्रफल | ५२२८ कि.मी² | ||||||
विभिन्न कोड
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निर्देशांक: 26°10′N 83°30′E / 26.16°N 83.50°E चंपारण बिहार प्रान्त का एक जिला था। अब पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण नाम के दो जिले हैं। भारत और नेपाल की सीमा से लगा यह क्षेत्र स्वाधीनता संग्राम के दौरान काफी सक्रिय रहा है। महात्मा गाँधी ने अपनी मशाल यहीं से अंग्रेजों के खिलाफ नील आंदोलन से जलायी थी। बेतियापश्चिमी चंपारण का जिला मुख्यालय है और मोतिहारी पूर्वी चम्पारण का। चंपारण से ३५ किलोमीटर दूर दक्षिण साहेबगंज-चकिया मार्ग पर लाल छपरा चौक के पास अवस्थित है प्राचीन ऐतिहासिक स्थल केसरिया। यहाँ एक वृहद् बौद्धकालीन स्तूप है जिसे केसरिया स्तूप के नाम से जाना जाता है।
महत्वपुर्ण व्यक्तित्व
[संपादित करें]- राजकुमार शुक्ल
- गोपाल सिंह नेपाली
- जॉर्ज ऑरवेल
- मोहम्मद अबुलैस
- रमेश चन्द्र झा
- प्रकाश झा
- मनोज बाजपेयी
- संजीव के झा
- केदार पाण्डेय
- रवीश कुमार
इन्हें भी देखें
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