ङानु लैम
पठन सेटिंग्स
ङानु लैम | |
---|---|
बतख और अन्य जलीय पक्षियों की देवी | |
Member of देवी | |
देवी ङानु लैम | |
अन्य नाम |
|
संबंध | मैतै लोगों की मैतै पौराणिक कथाओं और प्राचीन मैतै धर्म (सनामही धर्म) |
पशु | बतख और अन्य जलीय पक्षी |
प्रतीक | बतख और अन्य जलीय पक्षी |
माता-पिता |
|
भाई-बहन | खुनु लैम और शबी लैम |
क्षेत्र | मणिपुर, पूर्वोत्तर भारत |
समुदाय | मैतै लोग |
त्यौहार | लाइ हराओबा |
ङानु लैम ( मैतै मयेक लिपि में : ꯉꯥꯅꯨ ꯂꯩꯃ) या ङानुरैम (/ngaa-noo-rei-ma/) मैतै लोग की मैतै पौराणिक कथाओं और प्राचीन मैतै धर्म (सनामही धर्म) में बतख और अन्य जलीय पक्षियों की देवी हैं। वह देवी खुनु लैम और शबी लैम की बहन हैं। किंवदंती है कि तीनों बहनों ने एक ही नश्वर व्यक्ति से विवाह किया था।[1][2][3][4][5][6]
विवरण
[संपादित करें]देवी ङानु लैम को दुनिया के सभी बत्तखों और जलपक्षियों की मालकिन के रूप में वर्णित किया गया है। वह किसी भी समय सभी बत्तखों और जलपक्षियों को अपनी इच्छानुसार किसी भी स्थान पर बुला सकती थी। वह भगवान सलाइलेन (उर्फ सोरारेन) की बेटियों में से एक है।[7][5][8]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Eben Mayogee Leipareng. archive.org (मणिपुरी में). 1995. पृ॰ 107.
- ↑ Folk Culture of Manipur - Page 7 - Moirangthem Kirti Singh · 1993
- ↑ Tal Taret. archive.org (मणिपुरी में). 2006. पृ॰ 39.
- ↑ Tal Taret. archive.org (मणिपुरी में). 2006. पृ॰ 43.
- ↑ अ आ Manipuri Phungawari. archive.org (मणिपुरी में). 2014. पृ॰ 202.
- ↑ Regunathan, Sudhamahi (2005). Folk Tales of the North-East (अंग्रेज़ी में). Children's Book Trust. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7011-967-8.
- ↑ Tal Taret. archive.org (मणिपुरी में). 2006. पृ॰ 46.
- ↑ Manipuri Phungawari. archive.org (मणिपुरी में). 2014. पृ॰ 203.
ग्रन्थसूची
[संपादित करें]- Glimpses of Manipuri Culture - Dr. Yumlembam Gopi Devi
- The History of Manipur: An early period - Wahengbam Ibohal Singh · 1986
अन्य वेबसाइट
[संपादित करें]- "The Widow's Son :: Lukhrabi Macha Fungawari Singbul by B. Jayantakumar Sharma". e-pao.net (अंग्रेज़ी में).