घोड़ाडोंगरी

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घोड़ाडोंगरी मध्यप्रदेश के बैतूल जिले का एक नगर है। घोड़ाडोंगरी तहसील मुख्यालय, विधानसभा क्षेत्र मुख्यालय एवं ब्लॉक मुख्यालय है। घोड़ाडोंगरी को नगर परिषद का दर्जा प्राप्त है। वर्ष 2011 की जनगणना में घोड़ाडोंगरी की जनसंख्या 9745 है। घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन मध्य रेल के नागपुर मंडल का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है।


प्रसिद्धि- घोड़ाडोंगरी से 3 किलोमीटर दूर कान्हावाड़ी गांव में बाबूलाल भगत रहते है। जो कैंसर सहित अन्य बीमारियों का जड़ी बूटियों से इलाज करते है। कान्हावाड़ी में इलाज कराने के लिए देश भर के लोग आते है। मंगलवार और रविवार को भगत जी निशुल्क दवाई देते है।

शिक्षा- घोड़ाडोंगरी में शासकीय कॉलेज, शासकीय आईटीआई कॉलेज, एक्सीलेंस स्कूल, गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल, शासकीय मॉडल स्कूल सहित बॉयज एंड गर्ल्स के लिए अगल अलग होस्टल्स उपलब्ध है।

इतिहास- घोड़ाडोंगरी में 1930 में जंगल सत्याग्रह आंदोलन हुआ था। क्षेत्र के आदिवासियों ने इस आंदोलन के तहत अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा खोला था। घोड़ाडोंगरी जंगल सत्याग्रह के बारे में एमपी बोर्ड के कक्षा 10 वी के सामाजिक विज्ञान विषय मे एक पाठ के रूप में पढ़ाया जा रहा है।

अधिमान्य पत्रकार- घोड़ाडोंगरी तहसील क्षेत्र में विनोद पातरिया मध्यप्रदेश शासन द्वारा अधिमान्य पत्रकार है। विनोद पातरिया ईटीवी, नवदुनिया, दैनिक भास्कर में उप संपादक के पद पर कार्य कर चुके है। वर्तमान में ईटीवी भारत, स्वराज एक्सप्रेस और सांझवीर टाइम्स और पब्लिक एप में सेवा दे रहे है।