ग्रिमवुड मिअर्स

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ग्रिमवुड मिअर्स

सर एडवर्ड ग्रिमवुड मिअर्स (Sir Edward Grimwood Mears) KCIE(21 जनवरी 1869 - 20 मई 1963) को डार्डानेल्स आयोग के सचिव के रूप में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है, जिसके लिए उन्हें नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया गया । वह इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे ।

जीवनी

एडवर्ड ग्रिमवुड मियर्स का जन्म 21 जनवरी 1869 को हुआ था । उन्होंने 1893 में एक्सेटर कॉलेज, ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की । उन्हें दो साल बाद इनर टेम्पल के बार में बुलाया गया।

ब्रिटिश सरकार के अनुरोध पर, मियर्स ने ब्रायस आयोग(कथित जर्मन आक्रोश से सम्बन्धित समिति) पर काम करने के लिए वकालत छोड़ दी । 1916 में उन्हें आयरलैंड में हुई ईस्टर राइजिंग के सम्बन्ध में गठित रॉयल कमीशन का सचिव नियुक्त किया गया ।

उन्हें डार्डानेल्स आयोग(Dardanelles Commission) का सचिव नियुक्त किया गया, जिसके लिए उन्हें नाइटहुड की उपाधि से सम्मानित किया गया ।

1919 में मियर्स को इलाहाबाद उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया। वह इस पद पर 1932 तक रहे ।

कृति

A reply to the German white book on the conduct of the German troops in Belgium (1916)